
Chanakya Niti Life Management: जिंदगी के कई स्तर पर मनुष्य को कभी मित्र जीवनसाथी या मार्गदर्शक की जरूरत होती है। इस दौरान वो कई बार उन्हीं लोगों से धोखा खा बैठता है,जिन्हें वो अपना समझता है। ऐसे में बने-बनाए रिश्ते भी टूटने के कगार पर आ जाते हैं। इन सबके बीच चाणक्य नीति शास्त्र में उन चार किस्म के लोगों का जिक्र किया गया है, जिन्हें आप वक्त रहते पहचान जाते हैं तो आपको कभी भी जिंदगी में धोखा नहीं मिलेगा। आइए जानते हैं उनके बारे में।
जब भी आप किसी मुसीबत में घिरे हो, तो उस वक्त आपको अपने रिश्तेदारों की परीक्षा लेना चाहिए। अगर उस वक्त वे रिश्तेदार आपकी मदद न करें तो उन्हें उनके साथ रिश्ता बनाए रखना एकदम बेकार है।
चाणक्य नीति की माने तो अगर आपके घर में कोई नौकर काम कर रहा है तो उसकी परीक्षा तब लेनी चाहिए जब वह अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से न निभाएं।
एक अच्छे मित्र की पहचान तब होती है, जब आप किसी बड़ी मुसीबत में फंसे हों। ऐसे समय में यदि वह आपका साथ देता है, तो समझ लीजिए कि आपने दोस्त के रूप में एक हीरा पाया है।
एक व्यक्ति को अपने जीवनसाथी से सबसे ज्यादा उम्मीद तब होती है, जब उनका मुश्किल समय चल रहा हो। ऐसे में अगर जीवनसाथी हर मुश्किल में साथ देता हैं तो इसका मतलब ये कि उन्हें एक सच्चा और अच्छा जीवनसाथी मिला है।
चाणक्य का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा तक्षशिला विश्वविद्यालय में प्राप्त की थी। चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में वो बतौर प्रधानमंत्री के पद पर बने हुए थे। चाणक्य को कौटिल्य या विष्णुगुप्त नाम से भी जाना जाता है। वे मौर्य साम्राज्य की स्थापना, अर्थशास्त्र नामक ग्रंथ की रचना और अपनी चाणक्य नीति के लिए जाने जाते हैं। आपको ये जानकार हैरानी होगी कि चाणक्य की रणनीतियों को युद्ध नीति, आधुनिक प्रशासन, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही उन्हें राजनीति शास्त्र का जनक भी कहा जाता है।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।