
Dandu Maa Temple Interesting Facts Odisha: हमारे देश में ऐसे अनेक मंदिर हैं जो साल में सिर्फ खास मौकों पर ही भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाते हैं। ये मंदिर ओडिशा के गजपति जिले के पारलाखेमुंडी नामक स्थान पर है। इसे दंडु मां या दंडमारम्मा के नाम से जाना जाता है। ये मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है। खास बात ये है कि ये मंदिर साल में सिर्फ 9 दिनों के लिए शारदीय नवरात्रि के मौके पर ही खोला जाता है। अन्य समय ये मंदिर बंद ही रहता है। इस मंदिर से जुड़ें कईं रहस्य हैं जो इसे भी खास बनाते हैं।
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स्थानीय लोगों को कहना है कि देवी दुर्गा की पूजा नवरात्रि में ही करनी चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे पूर्वजों ने ये नियम बनाया था, जो आज भी जारी है। हालांकि ये परंपरा कितने सालों से चली आ रही है, इसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। मां दुर्गा का ये मंदिर शारदीय नवरात्रि के पहले दिन भक्तों के दर्शन के लिए खोला जाता है और अंतिम दिन विधि-विधान से बंद कर दिया जाता है।
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नवरात्रि के अंतिम दिन जब पुजारी मंदिर बंद करते हैं तो मिट्टी के घड़े के अंदर एक नारियल रखते हैं। खास बात ये है कि ये नारियल अगले साल तक खराब नहीं होता। एक साल बाद जब मंदिर के पट खोलते हैं तो ये नारियल वैसा ही मिलता है यानी सड़ता नहीं है। ये नारियल भक्तों को प्रसाद के रूप में बांट दिया जाता है। साल भर बाद में नारियल वैसा का वैसा ही मिलता है, इसका रहस्य आज तक कोई समझ नहीं पाया।
ओडिसा में स्थित मां दुर्गा का ये मंदिर किसने बनवाया, इस बात का कोई जानकारी नहीं है। बहुत से लोग ये कहते हैं कि देवी दुर्गा की ये प्रतिमा धरती से प्रकट हुई थी, जिसे लोगों ने इस स्थान पर स्थापित कर दिया। बाद में लोगों ने यहां मंदिर बना दिया। बाद में विद्वानों ने इस मंदिर को सिर्फ नवरात्रि में खोलने की परंपरा बना दी जो आज भी जारी है। लोगों को मानना है कि देवी के ये प्रतिमा चमत्कारी है। यहां जो भी मनोकामना मांगी जाती है, वह जरूर पूरी होती है।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।