
Ganesh Visarjan Bhajan Lyrics In Hindi: हर साल अनंत चतुर्दशी के मौके पर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। 10 दिनों तक बाप्पा की भक्ति करने के बाद उनका विसर्जन दुखी करने वाला होता है। इस मौके के लिए अनेक भजन भी बनाए गए हैं, जिन्हें सुनकर आप इस मौके पर बाप्पा की भक्ति की महसूस कर सकते हैं। आगे सुनिए 5 ऐसे ही गणेश विसर्जन के सुपरहिट भजन…
अरे गली गली और गांव शहर में
अरे पीटो आज डिंडोरा रे
डूब गयो पानी में देखो
पार्बती को छोरा
एक समय कार्तिक और गजानन
गए थे गंगा नहाने
सुनो लाल जल में ना जाना
मना किया था माँ ने
कंचन जल माता गंगा का
जैसे काँच कटोरा
डूब गयो पानी में देखो
अरे पार्बती को छोरा रे
माता पार्वती दोनों से
ऐसे हँस के बोली
सुनो लाल तुम संभल संभल के
खेलो आँख में झोली
दोनों लाल लगे अति सुंदर
एक सोला एक गोरा
डूब गयो पानी में देखो
अरे पार्बती को छोरा रे
गणपति गुम हो गए गंगा में
पहुच गए पाताल
रो रो कहन लगी गौरा जी
डूब गयो मेरो लाल
दोनों है मेरी आँखों के तारे
जैसे चाँद चकोरा
अरे पार्बती को छोरा रे
आज विनायक जी तेरी होगी विदाई
हो आज विनायक जी तेरी होगी विदाई
पीड़ा जुदाई की आँख भर आई
साथ निभाओगे वादा कर जाना
साथ निभाओगे वादा कर जाना
अगले बरस देवा जल्दी से आना
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
तेरे साथ में जितने बिताए वो थे बड़े
अद्भुत थे वो पल, जो तेरे संग थे खड़े
साथ निभाओगे वादा कर जाना
साथ निभाओगे वादा कर जाना
अगले बरस देवा जल्दी से आना
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
जय गणपति बप्पा मोरया, रे
गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा
मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा
पूजा ना जानू अरचन न जानू,
भगवान जप तप या सुमिरन न जानू
ओ भप्पा मेरे करू भेट क्या क्या चडाऊ तुझे,
ओ बाप्पा मेरे कैसे धयाऊ तुझे
गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा
न मोदक न मेवा न सादन प्रभु
ना धन है जो करदू मैं अर्पण प्रभु,
न वल भुधि विध्या न उपचार है
समप्रित है सेवा में तन मन प्रभु
गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा
गजानन तुम्ही सब के आधार हो,
तुम्ही सच्दा नन्द साकार हो,
तुम्ही रिधि सीधी के स्वामी प्रबु तुम्ही कीर्ति सुख यश के दातार हो
गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा
हे सिद्धिविनायक
गणपति जी हर साल
यू ही घर मेरे आते रहना
सिद्धिविनायक यूही सदा
सुख बरसते रहना
हे सिद्धिविनायक
गणपति जी हर साल
यूही घर मेरे आते रहना
सिद्धिविनायक यूही सदा
सुख बरसते रहना
आपके आने से ही देव
मान पावन हो जाता है
आपके मंदिर सा ही गणेशा
घर आगन हो जाता है
गौरी मैया संग आती है
लेके खुशी के रंग आती है
रिद्धि और सिद्धि को भी
साथ में लाते रहना
हे सिद्धिविनायक
गणपति जी हर साल
यूही घर मेरे आते रहना
जब से तुम्हारे चरण पड़े है
मेरे भाग्या की चौखट पे
तबसे मेहरबान है मा लक्ष्मी
हरपाल मेरी किस्मत पे
मंगल ही मंगल है देव
जबसे मिली है आपकी सेवा
अपना आशीर्वाद हमेशा
हम पर लूटाते रहना
गणपति जी हर साल
यूही घर मेरे आते रहना
सफल हुए है कारज सारे
कोई कमी नही जीवन में
हुमको हमेशा बँधे रखना
अपने प्रेम के बंधन में
दाता यू हीं निभाते रहना
नाता यू हीं निभाते रहना
गणपति जी हर साल
यू हीं घर मेरे आते रहना
सिद्धिविनायक यूही सदा
सुख बरसते रहना
लिख देना लिख देंना ओ गणपति भाग्य हमारा भी
एक तो लिखना मात-पिताजी
लिख देना लिख देंना ओ गणपति
प्यारा सा भैया भी लिख देना
लिख देंना ओ गणपति भाग्य हमारा भी
एक तो लिखना सास ससुरजी
लिख देना लिख देंना ओ गणपति
प्यारा सजनवा भी लिख देना
लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी
एक तो लिखना बेटा और बेटी
लिख देना लिख देंना ओ गणपति
बेटे को नौकरिया भी लिख देना
लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी
फिर चाहे लिखना उमरिया
लिख देना लिख देना ओ गणपति
जाऊ सुहागन ही लिख देना
लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी
पाप दोष से दूर रहू मै लिख देना
लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी