क्या महिलाएं पीरियड्स में कर सकती हैं श्राद्ध? जानें धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण

Published : Sep 05, 2025, 01:05 PM IST
Pitru Paksha rules during periods

सार

Menstruation and Hindu Rituals: पितृ पक्ष के दौरान महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) को लेकर अलग-अलग मान्यताएँ हैं। परंपरागत रूप से, इस दौरान महिलाएं श्राद्ध या तर्पण नहीं करतीं, लेकिन विज्ञान इसे एक सामान्य प्रक्रिया मानता है। ऐसे में क्या करें…?

Pitru Paksha Rules During Periods: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। जिस प्रकार किसी भी संस्कार के अलग-अलग अर्थ होते हैं, उसी प्रकार पितरों को शांति प्रदान करने के लिए श्राद्ध संस्कार करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में अक्सर घर की महिलाओं द्वारा पितरों के लिए भोजन बनाती हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि अगर इस दौरा मासिक धर्म आ जाए यानी पीरियड्स शुरू हो जाए तो क्या करना चाहिए? क्या मासिक धर्म के दौरान भी सभी कर्मकांड करना उचित है? ऐसे ही कई सवालों को जानने के लिए हमने असम के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बात की, आइए उनसे इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

पितृ पक्ष क्यों माना जाता है महत्वपूर्ण

पितृ पक्ष की पूरी अवधि पितरों को समर्पित मानी जाती है और इस दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आकर हमारे माध्यम से जल और भोजन ग्रहण करते हैं। ऐसे में घर में पूरी श्रद्धा का ध्यान रखना चाहिए ताकि पितरों को पूर्ण संतुष्टि मिल सके और वे भोजन ग्रहण कर सकें। पितृ पक्ष हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से शुरू होकर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक चलता है। 15 दिनों की इस अवधि में पितृ हमें आशीर्वाद देते हैं। इस वर्ष पितृ पक्ष 7 सितंबर से शुरू हो रहा है और 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के दिन इसका समापन होगा।

क्या महिलाओं को पीरियड्स के दौरान श्राद्ध संस्कार करना चाहिए?

आमतौर पर पुरुष ही अपने पूर्वजों का श्राद्ध संस्कार करते हैं और हिंदुओं में ऐसी मान्यता है कि उनके द्वारा किया गया तर्पण और पिंडदान पूर्वजों को स्वीकार्य होता है। लेकिन बहुएं भी अपने पूर्वजों के श्राद्ध संस्कार में भाग लेती हैं और उन्हें भोग अर्पित करती हैं। ऐसे में अगर आपको पीरियड्स आता है, तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आपको कुछ कर्मकांडों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। अगर आपको पितृ पक्ष के दौरान मासिक धर्म आता है, तो आप अपने पूर्वजों से क्षमा प्रार्थना कर सकती हैं और पंडित से तर्पण करवा सकती हैं और उन्हें मिठाई आदि खिला सकती हैं।

पूर्वजों की तिथि के दिन मासिक पीरियड् आए तो क्या करना चाहिए?

अगर आप अपने किसी पूर्वज की तिथि के दिन ही मासिक धर्म के कारण भोजन नहीं बना पा रही हैं और आपके अलावा घर पर कोई नहीं है तो, घबराने की जरूरत नहीं है ज्योतिषाचार्य के अनुसार माना जाता है कि कोई भी बड़ा व्रत या त्योहार हो तो ऐसे में पीरियड्स के दौरान आप सभी पूजा पाठ कर सकती हैं। इस दौरान किए गए कार्य से कोई हानि या दोष नहीं लगता है और आपको श्राद्ध का पूरा फल मिलेगा।

ये भी पढ़ें- Chandra Grahan 2025: गर्भवती महिलाएं कैसे बचें चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव से? याद रखें 5 बातें

मासिक धर्म के दौरान श्राद्ध करने को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं

  • पुराणों में कहा गया है कि मासिक धर्म के दौरान किसी भी पूजा-पाठ और अनुष्ठान से दूर रहना चाहिए और चूंकि पूर्वज मृत आत्माएं होती हैं, इसलिए उनका स्थान ईश्वर के समान होता है, यहां तक कि कई जगहों पर उन्हें ईश्वर से भी अधिक महत्व दिया जाता है, इसलिए मासिक धर्म के दौरान किसी भी अनुष्ठान से दूर रहना चाहिए।
  • साथ ही, इसे लेकर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग मान्यताएं प्रचलित हैं और कई जगहों पर यह भी माना जाता है कि मासिक धर्म किसी भी महिला के लिए इस बात का संकेत होता है कि वह धरती पर एक नया जीवन लाने में सक्षम है, इसलिए मासिक धर्म के दौरान भी पूर्वजों के श्राद्ध में भाग लिया जा सकता है। हालांकि, यह आपके व्यक्तिगत निर्णय भी हो सकता है कि आपको क्या करना है और क्या नहीं।

पीरियड्स के दौरान श्राद्ध न करने के वैज्ञानिक कारण

  • विज्ञान की मानें तो पीरियड्स के दौरान श्राद्ध से जुड़े कोई भी काम न करने (पीरियड्स के दौरान पूजा-पाठ कैसे करें) जैसा कोई तर्क नहीं है और विज्ञान इसकी पुष्टि भी नहीं करता। विज्ञान के अनुसार, पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है और इस दौरान धर्म से जुड़े कोई भी काम करना या न करना आपकी व्यक्तिगत इच्छा पर निर्भर करता है। 
  • महिलाओं को पीरियड्स के दौरान श्राद्ध संबंधी कर्म करने चाहिए या नहीं, इस बारे में ज्योतिष और विज्ञान में अलग-अलग तर्क हैं और इस पर फैसला लेने से पहले आप किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह भी ले सकती हैं।

ये भी पढ़ें- Ganesh Visarjan 2025: कैसे करें गणेश प्रतिमा का विसर्जन? जानें विधि, मंत्र और मुहूर्त

Disclaimer इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

Purnima Dates: साल 2026 में 12 नहीं 13 पूर्णिमा, नोट करें डेट्स
सर्दियों में लड्डू गोपाल को कैसा भोग लगाए, कैसे वस्त्र पहनाएं? 5 नियम