
Guruvar ke upay 2025: हिंदू धर्म में गुरुवार भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भक्त श्रद्धापूर्वक उनकी पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखते हैं। शास्त्रों के अनुसार, गुरुवार का पीले रंग और बृहस्पति ग्रह से विशेष संबंध है। इसलिए इस दिन पीली वस्तुओं का दान या उनसे संबंधित उपाय करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और आर्थिक समृद्धि आती है। सबसे प्रभावी उपायों में से एक है हल्दी को पानी में मिलाकर स्नान करने का अनुष्ठान, जिससे व्यक्ति का भाग्य चमक सकता है। आइए जानें गुरुवार के इस उपाय के बारे में।
गुरुवार की सुबह स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद, एक गिलास पानी में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर घर के मुख्य द्वार पर छिड़कें। वास्तु और धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और भगवान विष्णु की कृपा बनाए रखता है। यह उपाय विशेष रूप से तब लाभकारी होता है जब परिवार में अक्सर तनाव या कलह रहता हो। इसे हर गुरुवार करने से घरेलू कलह दूर होती है और परिवार में शांति और प्रेम बढ़ता है।
यदि आपको जीवन में बार-बार बाधाएं आ रही हैं या आपकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर है, तो नहाने के पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करना शुभ माना जाता है। यह उपाय न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, बल्कि आपके आस-पास के वातावरण को भी शुद्ध करता है। जिन लोगों के विवाह में बार-बार बाधाएँ आती हैं, उन्हें यह उपाय ज़रूर आज़माना चाहिए। हल्दी मिले पानी से स्नान करने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है और वैवाहिक जीवन में स्थिरता और शुभता आती है।
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गुरुवार को स्नान के बाद भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें। फिर एक लोटे में जल लेकर तुलसी के पौधे पर हल्दी चढ़ाएं। तुलसी में स्वयं देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है और यह उपाय धन और समृद्धि के द्वार खोलता है। जो लोग हर गुरुवार को नियमित रूप से यह उपाय करते हैं, उनके घर में लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और केले के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन हल्दी मिले जल से केले के वृक्ष का अभिषेक करने से भगवान विष्णु और बृहस्पति देव दोनों की कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय न केवल करियर में सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि आर्थिक लाभ और पदोन्नति के अवसर भी प्रदान करता है।
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