Hindu Beliefs: चप्पल या जूते अगर गलती से उल्टे रख दिए जाएं तो घर के बुजुर्ग तुरंत उसे सीधा करने के लिए कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि उल्टी पड़ी चप्पल या जूते घर के वास्तु को प्रभावित करते हैं, जिससे घर में निगेटिविटी फैलने लगती है।
हिंदू धर्म में कई मान्यताएं हैं। इन मान्यताओं के पीछे धार्मिक, वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक कारण छिपे होते हैं। चप्पल-जूतों से भी कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर घर में कोई चप्पल या जूते उल्टे रखे हों तो इससे घर में वाद-विवाद होने की संभावना बनने लगती है। इन मान्यताओं के पीछे कई कारण हैं। आज हम आपको चप्पल से जुड़ी ऐसी ही कुछ दिलचस्प मान्यताओं के बारे में बता रहे हैं…
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उल्टी चप्पल क्यों होती है अशुभ?
घर में अगर कोई जूता या चप्पल उल्टी रख दी जाए तो बुजुर्ग तुरंत उसे ठीक से रखने के लिए बोलते हैं, इसके पीछे मान्यता है कि उल्टे जूते-चप्पल घर के वास्तु को प्रभावित करते हैं। चप्पल या जूते अगर उल्टे हो तो इनके निगेटिव एनर्जी निकलती है जो घर में रहने वाले लोगों को प्रभावित करती है, जिसके कारण वाद-विवाद की स्थिति बनती है।
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उल्टी चप्पल से नाराज होते हैं शनिदेव
ज्योतिष शास्त्र में पैरों को शनि का कारक माना गया है। इसलिए जूतों पर भी शनि का प्रभाव होता है। उल्टे पड़े जूते-चप्पल शनि की नाराजगी का कारण बन सकते हैं। इस वजह से जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं। शनि की कृपा पाने के लिए ही जूते-चप्पलों का दान भी किया जाता है।
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गाड़ी के आगे या पीछे जूता क्यों लटकाते हैं?
हम देखते हैं कि कुछ चौपहिया गाड़ियों के आगे या पीछे जूते लटकाकर रखा जाता है। इसके पीछे भी एक मान्यता है, वो ये है कि ऐसा करने से लोगों की बुरी नजर वाहन पर नहीं लगती, जिससे उसमें खराबी नहीं आती और दुर्घटना आदि के योग भी नहीं बनते। ऐसे वाहन अपने मालिक के लिए लकी भी साबित होते हैं।
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शनिवार को चप्पल-जूते चोरी होना क्यों मानते हैं शुभ?
शनिवार शनिदेव का दिन माना जाता है। इस दिन अगर कोई आपकी चप्पल या जूते चुरा ले तो माना जाता है कि बुरा समय टल गया और शनिदेव के प्रकोप से भी आप बच गए। इसके पीछे मान्यता है कि शनि जब नाराज होते हैं तो चप्पल घिसवा देते और तो भी सफलता नहीं देते। चप्पल या जूते चोरी हो जाए तो ऐसा कहा जाता है कि वो व्यक्ति उसके साथ-साथ हमारा बुरा समय भी ले गया।
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दूसरे की चप्पल क्यों नहीं पहननी चाहिए?
चप्पल से जुड़ी एक मान्यता ये भी है कि कभी किसी दूसरे की चप्पल या जूते नहीं पहनना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से उसकी बुरी किस्मत हमें भी प्रभावित कर सकती है। अगर किसी का समय खराब चल रहा हो तो उसकी चप्पल या जूते पहनने से हमारा समय भी खराब हो सकता है।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।