
Shri krishna Bhajan: 16 अगस्त के दिन जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जाने वाला है। इसको लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू हो चुकी है। मंदिरों से लेकर बाजारों तक में रौनक से छा गई है। जन्माष्टमी शुरू होने से पहले ही कुछ लोग श्री कृष्ण के भजन चलाना शुरू कर देते हैं। उन भजनों को सुनने के बाद मन में एक अजीबी सी शांति सी छा जाती है। दिल में उमग भर आता है। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं वो पांच गाने जिन्हें आपको इस जन्माष्टमी पर जरूर सुनना चाहिए। जिन्हें, गुनगुनाएं बिना आपकी जन्माष्टमी अधूरी मानी जात सकती है।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल
बीच मे मेरो मदन गोपाल
बीच मे मेरो मदन गोपाल
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो छोटो सो छोटो सो
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।
कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।
कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।
कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो छोटो सो
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल
घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल
घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल
घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल
माखन खावे मेरो मदन गोपाल ॥
माखन खावे मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो छोटो सो
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ ।
छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ ।
छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ ।
छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ ।
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ॥
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो छोटो सो
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग ।
छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग ।
छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग ।
छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग ।
रास राचावे मेरो मदन गोपाल ॥
रास राचावे मेरो मदन गोपाल ॥
रास राचावे मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो छोटो सो
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
रास रचावे मेरो मदन गोपाल
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल
रास रचावे मेरो मदन गोपाल
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
कृष्णा, कृष्णा
हरे कृष्णा, हरे-हरे
सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे
तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम:
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
(श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी)
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव
तुममें वास करे जग सारा
तुम जननी के उदर मझारा
नाथ चतुर्भुज अंतर्यामी
लघु विराट रूपों के स्वामी
(लघु विराट रूपों के स्वामी)
सूक्ष्म रूप धरि...
सूक्ष्म रूप धरि गर्भ पधारे
(हे, नाथ नारायण वासुदेवा)
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव
बंदी गृह के तुम अवतारी
कहीं जन में, कहीं परे मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुत हर बात तिहारी
(है अद्भुत हर बात तिहारी)
गोकुल में चमके मथुरा के तारे
गोकुल में चमके मथुरा के तारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
(श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
(हे नाथ नारायण वासुदेव)
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव
अधर पे वंशी, हृदय में राधे
बट गये दोनों में आधे-आधे
हे राधानागर, हे भक्तवत्सल
सदैव भक्तों के काम साधे
(सदैव भक्तों के काम साधे)
वहीं गये, वहीं गये
वहीं गये, जहाँ गये पुकारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव
गीता में उपदेश सुनाया
तुमने सोया विश्व जगाया
फल इच्छा से रहित कर्म को
हर मावन का धर्म बताया
(हर मावन का धर्म बताया)
रहेंगे हम सब ऋणि तुम्हारे
रहेंगे हम सब ऋणि तुम्हारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
(श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी)
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
पितु मात स्वामी, सखा हमारे
(हे नाथ नारायण वासुदेवा)
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
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हे नाथ नारायण वासुदेव
राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे-राधे, कृष्णा-कृष्णा
(राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे-राधे, कृष्णा-कृष्णा)
कृष्णा (राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा)
कृष्णा (राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा)
राधे-कृष्णा हरे-हरे (राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा, राधे कृष्णा)
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
राधा-रमण हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
जे-जे श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम,
ओ री ओ मोसे मोरा श्याम रूठा
कहे मोरा भाग फूटा
कहे मैने पाप धोए
आँसुवान बीज बोए
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए
Rs 1 Trial
दर्द ना जाने कोई
जे-जे श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम,विष का प्याला पीना पड़ा है
मारकर भी मोहे जीना पड़ा है
नैन मिलाए गिरधर से
गिर गई जो अपनी ही नज़र से
रो-रो नैना खोए
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए
दर्द ना जाने कोई…
जे-जे श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
राधा-रमण हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
जे-जे श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम,
ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान,
मैं हु तेरी प्रेम दीवानी मुझको तू पहचान, मधुर सुना दो तान,
ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान,
जब से तुम संग मैंने अपने नैना जोड़ लिए है,
क्या मियाँ क्या बाबुल सबसे रिश्ते तोड़ लिए है,
तेरे मिलन को व्याकुल है ये कब से मेरे प्राण,
मधुर सुना दो तान........
सागर से भी गहरी मेरी प्रेम की गहराई,
लोक लाज पल के पर आना सज कर मैं तो आई,
मेरी प्रीती से ओ निरमोही अब न बन अनजान,
मधुर सुना दो तान,
मैया रूठी बाबुल रूठा कौन न सुनत हमारी,
तेरी प्रीत के कारण हो गया सब ना जग मोहरा वैरी,
किसी शरण में जाऊ दुखियां तू बता भगवान,
मधुर सुना दो तान,
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।