Mokshada Ekadashi 2025: कब है मोक्षदा एकादशी, 1 या 2 दिसंबर, क्यों है ये सबसे खास?

Published : Nov 20, 2025, 10:24 AM IST
Mokshada Ekadashi 2025

सार

Mokshada Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। एक साल में कुल 24 एकादशी आती है, इनमें से मोक्षदा एकादशी भी एक है। मोक्षदा एकादशी का महत्व अन्य एकादशियों से कहीं अधिक माना गया है। इसके पीछे एक खास वजह है।

Mokshada Ekadashi 2025 Kab Hai: धर्म ग्रंथों के अनुसार, अगहन यानी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। वैसे तो पूरे साल 24 एकादशी व्रत किए जाते हैं लेकिन इन सभी में मोक्षदा एकादशी का महत्व सबसे ज्यादा माना गया है लेकिन बहुत कम लोग इस एकादशी से जुड़ी खास बातें जानते हैं। इस बार मोक्षदा एकादशी का व्रत दिसंबर के पहले सप्ताह में किया जाएगा। आगे जानिए मोक्षदा एकादशी की सही डेट क्या है और इसका महत्व…

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कब है मोक्षदा एकादशी 2025?

पंचांग के अनुसार, अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 नवंबर, रविवार की रात 09 बजकर 29 मिनिट से शुरू होगी जो 01 दिसंबर, सोमवार की शाम 07 बजकर 01 मिनट तक रहेगी। चूंकि एकादशी तिथि का सूर्योदय 1 दिसंबर को होगा, इसलिए इसी दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन कईं शुभ योग भी बनेंगे, जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है।

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क्यों खास है मोक्षदा एकादशी?

धर्म ग्रंथों के अनुसार, द्वापर युग में जब कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध होना तय हो गया और दोनों पक्षों की सेनाए कुरुक्षेत्र में आमने-सामने आ गई, तब अपने सगे-संबंधियों को सामने देख अर्जुन के मन में विषाद आ गया और उन्होंने युद्ध से इंकार कर दिया। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन की गीता का उपदेश देकर कर्म करने को कहा। जिस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया, उस दिन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि थी, इसलिए इस एकादशी का महत्व अन्य एकादशियों से ज्यादा माना गया है?

कैसे इस एकादशी का नाम पड़ा मोक्षदा?

विद्वानों के अनुसार गीता का उपदेश जीवन में उतारने से एक साधारण व्यक्ति को भी मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। ये एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसे स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मुख से कहा है। इस एकादशी पर जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान की पूजा करता है, उसे भी मोक्ष की प्राप्ति संभव है, इसलिए इस एकादशी का नाम मोक्षदा एकादशी रखा गया है।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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