Hindu Calendar Facts: अंग्रेजी की तरह हिंदू कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं। इन सभी महीनों के नाम अलग-अलग हैं। ये नाम कैसे और किस आधार पर तय हुए, इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है।

Hindu Calendar Interesting Facts: आज भले ही अंग्रेजी कैलेंडर ज्यादा प्रचलित है लेकिन हिंदू व्रत-त्योहार हिंदू कैलेंडर की तिथियों को देखकर ही मनाए जाते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर की तरह हिंदू कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं। इन सभी महीनों के नाम अलग-अलग है जैसे चैत्र, वैशाख और फाल्गुन आदि। इस तरह हमारे विद्वानों ने हर महीने का एक अलग नाम रखा है। हिंदू कैलेंडर के 12 महीनों के नाम कुछ लोग जानते भी होंगे लेकिन ये नाम किस आधार पर रखे गए हैं, इसके बारे में कुछ ही लोगों को पता है। आगे जानिए हिंदू कैलेंडर के 12 महीनों के नाम और रोचक बातें…

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क्या हैं हिंदू कैलेंडर के 12 महीनों के नाम?

हिंदू कैलेंडर के पहले महीने का नाम है चैत्र यानी इसी महीने से हिंदू नववर्ष की शुरूआत होती है। इसके बाद वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, सावन, भादौ, अश्विन, कार्तिक, अगहन, पौष, माघ और फाल्गुन मास आते हैं। इस तरह फाल्गुन हिंदू कैलेंडर का अंतिम महीना होता है। धर्म ग्रंथों में इन सभी महीनों का महत्व बताया गया है। इन सभी महीनों के अलग-अलग स्वामी भी हैं जिनकी पूजा इन महीनों में करनी चाहिए।

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कैसे तय हुए हिंदू कैलेंडर के महीनों के नाम?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक का ग्रह है। चंद्रमा 28 से 29 दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा कर लेता है। इस दौरान चंद्रमा 12 राशियों और 27 नक्षत्र का चक्र पूरा करता है। चंद्र मास की अंतिम तिथि है पूर्णिमा। चंद्रमा पूर्णिमा तिथि पर जिस तिथि में होता है, उसी के अनुसार उस महीने का नाम रखा गया है जैसे चैत्र मास पूर्णिमा पर चंद्रमा चित्रा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम चैत्र रखा गया है।

जानें हिंदू कैलेंडर के 12 महीनों के रोचक फैक्ट…

1. साल के पहले महीने के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा पर चंद्रमा चित्रा नक्षत्र में होने से इस महीने का नाम चैत्र रखा गया है।
2. साल के दूसरे महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में होता है, जिसके आधार पर दूसरे महीने का नाम वैशाख रखा गया।
3. तीसरे महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा ज्येष्ठा नक्षत्र में होता है, जिससे इस महीने का नाम ज्येष्ठा हुआ।
4. चौथे महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होता है, जिससे ये महीना आषढ़ कहलाया।
5. पांचवें महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है, जिससे इस महीने का नाम श्रावण हुआ।
6. छठे महीने का नाम भाद्रपद है क्योंकि इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में रहता है।
7. सातवें महीने का नाम आश्विन है, क्योंकि इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में होता है।
8. आठवे महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा कृत्तिका नक्षत्र में होता है, जिससे इस महीने का नाम कार्तिक पड़ा।
9. नौवे महीने के अंतिम दिन चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम मार्गशीर्ष है।
10. दसवें महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है, इसलिए ये महीना पौष कहलाता है।
11. ग्यारहवें महीने का नाम माघ है क्योंकि इस महीने के अंतिम दिन चंद्रमा मघा नक्षत्र में होता है।
12. हिंदू कैलेंडर के अंतिम महीने का नाम फाल्गुन है क्योंकि इस महीने के अंतिम दिन चंद्रमा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होता है।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।