
Pushya Nakshatra 2025 Kab Hai: ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं, इनमें पुष्य भी एक है। पुष्य को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। ये नक्षत्र खरीदी के लिए बहुत ही शुभ माना गया है। दिवाली से पहले हर साल पुष्य नक्षत्र का संयोग बनता है। दिवाली की खरीदी के लिए लोग इस नक्षत्र का इंतजार करते हैं, इसलिए इसे खरीदी का महामुहूर्त भी कहा जाता है। इस बार दिवाली से पहले 2 दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। यानी इस बार दिवाली पर लोगों को खरीदी करने के लिए 2 दिन मिलेंगे। जानें पुष्य नक्षत्र की सही डेट व अन्य रोचक फैक्ट्स…
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पंचांग के अनुसार 14 अक्टूबर, मंगलवार की दोपहर 11 बजकर 54 मिनिट से पुष्य नक्षत्र शुरू होगा जो 15 अक्टूबर, बुधवार की दोपहर 12 बज तक रहेगा। इस तरह इस बार पुष्य नक्षत्र का संयोग 2 दिन रहेगा। मंगलवार को पुष्य नक्षत्र होने से ये मंगल पुष्य और बुधवार को होने से बुध पुष्य कहलाएगा। ये दोनों ही दिन खरीदी के लिए विशेष शुभ रहेंगे।
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पुष्य नक्षत्र को खरीदी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसके पीछे वजह है कि इस नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं जो शुभ कर्मों में वृद्धि करने वाले हैं और इसके दिशा प्रतिनिधि शनि हैं। शनि के प्रभाव के कारण ही इस नक्षत्र में खरीदी गई चीजें लंबे समय तक उपयोग में बनी रहती है और शुभ फल भी देती हैं। यही कारण है पुष्य नक्षत्र को खरीदी व अन्य शुभ कामों के लिए बहुत ही खास माना गया है।
पुष्य नक्षत्र में वैसे तो कोई भी चीज खरीदी जा सकती है लेकिन इस नक्षत्र में सोना खरीदना बहुत शुभ माना गया है क्योंकि ये गुरु से संबंधित धातु है। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति पुष्य नक्षत्र में सोना खरीदता है, उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, मकान और जमीन आदि भी इस नक्षत्र में खरीदा जा सकता है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।