Sawan 2025 Start Date: कब से शुरू होगा सावन, कितने सोमवार आएंगे? नोट करें डेट्स

Published : Jun 15, 2025, 09:23 AM ISTUpdated : Jun 18, 2025, 02:38 PM IST
sawan 2025 date

सार

Sawan 2025 Start Date: हिंदू कैलेंडर के पांचवें महीने को सावन कहते हैं। ये महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए बहुत खास माना गया है। सावन में पड़ने वाले सोमवार का विशेष महत्व होता है। जानें 2025 में कब से शुरू होगा सावन? 

Kab Se Shuru Hoga Sawan 2025: अंग्रेजी कैलेंडर की तरह हिंदू कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं। हिंदू कैलेंडर के पांचवें महीने को सावन कहते हैं। इस महीने का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस महीने में यदि शिव की पूजा, उपाय आदि किए जाएं तो वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, यही कारण है कि सावन में शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सावन में आने वाले सोमवार भी विशेष माने गए गए हैं। जानें साल 2025 में कब से शुरू होगा सावन और इसमें कितने सोमवार आएंगे…

कब से शुरू होगा सावन 2025? (Sawan 2025 Kab Se Shuru Hoga)

पंचांग के अनुसार, इस बार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 10 जुलाई, गुरुवार की रात 02 बजकर 06 मिनिट से शुरू होगी, जो 11 जुलाई, शुक्रवार की रात 02 बजकर 08 मिनिट तक रहेगी। चूंकि प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 11 जुलाई को होगा, इसलिए इसी दिन से सावन मास की शुरूआत होगी। सावन मास 9 अगस्त तक रहेगा यानी इस बार सावन का महीना पूरे 30 दिन का रहेगा।

सावन सोमवार डेट्स 2025 (Sawan 2025 Somvar Dates)

साल 2025 में 4 सावन सोमवार रहेंगे। इन 4 में से 3 सावन सोमवार को व्रत-उत्सव का विशेष संयोग भी बन रहा है, जिसके चलते इनका महत्व और भी बढ़ गया है। ये हैं सावन सोमवार 2025 की डेट…
- पहला सावन सोमवार- 14 जुलाई (इस दिन गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाएगा)
- दूसरा सावन सोमवार- 21 जुलाई (इस दिन कामिका एकादशी व्रत किया जाएगा।)
- तीसरा सावन सोमवार- 28 जुलाई (इस दिन दूर्वा गणपति व्रत है)
- चौथा सावन सोमवार- 4 अगस्त

क्या है सावन मास का सही नाम?

सावन मास का सही नाम श्रावण है। समय के साथ लोगों ने इसे सावन बोलना शुरू कर दिया लेकिन धर्म ग्रंथों व पंचांग आदि में आज भी श्रावण शब्द का ही उपयोग किया जाता है। श्रावण का अर्थ है सुनना। लाइफ मैनेजमेंट के दृष्टिकोण से देखा जाए तो श्रावण में भगवान शिव की कथा और महत्व के बारे में सुनना चाहिए। श्रावण मास के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम श्रावण है।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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