Karti Maas 2025: तुलसी के पास दीपक जलाने से क्यों बदल जाती है किस्मत? जानिए रहस्य

Published : Oct 04, 2025, 11:27 PM IST
karti maas 2025

सार

कार्तिक मास में तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने की परंपरा सदियों पुरानी है। कहा जाता है कि इस दीपक को जलाने से न केवल घर में सुख-समृद्धि आती है, बल्कि भगवान विष्णु और लक्ष्मी भी प्रसन्न होते हैं। जानिए दीपक जलाने की सही दिशा, समय और नियम।

Kartik Maas 2025 Tulsi Puja: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास 8 अक्टूबर से शुरू होकर 6 नवंबर तक चलता है। यह महीना बहुत ही महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो कोई भी इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कार्तिक मास को दामोदर मास के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक मास में तुलसी के पास दीपक जलाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कार्तिक मास में तुलसी के पास दीपक जलाने का इतना महत्व क्यों माना जाता है? आइए कार्तिक मास में तुलसी पूजा के महत्व के बारे में बताते हैं।

कार्तिक मास में तुलसी के पास दीपक जलाने का महत्व

कार्तिक मास में तुलसी के पास दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक मास में तुलसी के पास दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, धन-समृद्धि में वृद्धि होती है और नकारात्मकता दूर होती है। कार्तिक मास में तुलसी पर दीपक जलाने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, पितरों को तृप्ति मिलती है और घर में सुख-शांति आती है। कार्तिक माह में रविवार और एकादशी के दिन तुलसी को जल न चढ़ाएँ और न ही तुलसी के पत्ते तोड़ें।

कार्तिक माह में तुलसी पर दीपक कब जलाना चाहिए?

कार्तिक माह में, हर शाम, सूर्यास्त के बाद, तुलसी पर दीपक जलाना चाहिए। यह दीपक घी या तिल के तेल से जलाएं, शुद्ध गाय का घी अधिक शुभ माना जाता है। इस माह में सुबह और शाम तुलसी की पूजा करने का भी विशेष महत्व है।

कार्तिक माह में तुलसी पर दीपक जलाने की विधि

  • समय:- दीपक सूर्यास्त के बाद, अर्थात शाम के समय जलाना चाहिए।
  • घी/तेल:- दीपक के लिए शुद्ध गाय का घी या तिल का तेल इस्तेमाल करें। सरसों के तेल का इस्तेमाल न करें।
  • दिशा: तुलसी के पौधे के पास उत्तर-पूर्व दिशा में मिट्टी, धातु या आटे का दीपक रखें।
  • आरती:- दीपक जलाने के बाद, तुलसी की आरती करें। आप आरती के लिए भी उसी दीपक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • जल चढ़ाएं: कार्तिक माह में, हर सुबह और शाम तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाएं।
  • नियमों का पालन: रविवार और एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते न तो तोड़ने चाहिए और न ही उन्हें जल देना चाहिए।
  • स्वास्तिक बनाएं: कार्तिक माह में तुलसी के पौधे पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाना भी शुभ माना जाता है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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