
Kartik Maas 2025: हिंदू धर्म में कार्तिक माह को वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस माह में भगवान विष्णु स्वयं जल में निवास करते हैं, इसलिए इस दौरान किए गए किसी भी पुण्य कार्य का कई गुना फल मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक माह में सुबह जल्दी उठकर स्नान, पूजा, दीपदान और दान करने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है। इस माह की एक और खासियत देवउठनी एकादशी है, जब भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा के बाद जागते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व है और इसे बेहद पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4:30 बजे से 5:30 बजे तक है, जो स्नान, ध्यान और पूजा के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह 4:52 बजे से 5:44 बजे तक का समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।
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