Karwa Chauth 2025: साल में एक दिन खुलता है चौथ माता का ये मंदिर, प्रसाद में देते हैं कुंकुम-रुद्राक्ष

Published : Oct 08, 2025, 03:30 PM IST
Karwa Chauth 2025

सार

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं चौथ माता की पूजा करती हैं। चौथ माता के बहुत कम मंदिर हमारे देश में हैं। इनमें से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन में है। खास बात ये है कि ये मंदिर साल में सिर्फ एक ही दिन खुलता है।

Unique Temple of Chauth Mata in Ujjain: इस बार करवा चौथ का पर्व 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीगणेश और चंद्रमा के अलावा चौथ माता की पूजा भी की जाती है। हमारे देश में चौथ माता के बहुत ही कम मंदिर हैं। मध्य प्रदेश में उज्जैन के निकट जीवनखेड़ी गांव में भी चौथ माता का एक अनोखा मंदिर है। खास बात ये है कि ये मंदिर साल में सिर्फ एक दिन करवा चौथ पर ही खुलता है। अन्य समय ये मंदिर बंद रहता है। करवा चौथ पर यहां सुहागिन महिलाओं की भीड़ उमड़ती है।

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364 दिन आराम करती हैं चौथ माता

उज्जैन के जीवनखेड़ी में स्थित ये मंदिर प्रदेश का एक मात्र चौथ माता का मंदिर है। कहते हैं कि साल के 364 दिन चौथ माता आराम करती हैं सिर्फ करवा चौथ के दिन ही वे अपने भक्तों को दर्शन देती हैं। ये मंदिर ज्यादा पुराना नहीं है। 25 साल पहले यानी साल 2000 में ही इसका निर्माण किया गया है। इस मंदिर में चौथ माथा के अलावा देवी पार्वती, ऋद्धि-सिद्धि और संतोषी माता की प्रतिमा भी स्थापित है।
 

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यहां का प्रसाद भी खास

करवा चौथ पर जब ये मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोला जाता है तो इस मौके पर खास तरह का प्रसाद दिया जाता है। मंदिर के पट खुलते ही सबसे पहले माता की विधि-विधान से पूजा की जाती है, इसके बदा दर्शन करने वालों भक्तों को माता की चुनरी, चमत्कारी सिंदूर और सिद्ध किए गए रुद्राक्ष दिए जाते हैं। मान्यता है कि ये चीजें बहुत ही दिव्य होती हैं जो किसी की भी किस्मत चमका सकती है। वैवाहिक जीवन में चल रही समस्या भी इस दिव्य प्रसाद से दूर हो जाती है।

तीन रूपों में दर्शन देती हैं माता

करवा चौथ पर माता के तीन अलग-अलग रूपों में श्रृंगार होता है। सुबह सबसे पहले माता को बार रूप में सजाया जाता है, दोपहर में किशोरी रूप में और शाम को माता का एक दिव्य रूप देखने को मिलता है। यहीं कारण है करवा चौथ के दिन यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। दूर-दूर से भक्त यहां माता के दर्शन करने आते हैं। साल भर शांत रहने वाला ये मंदिर करवा चौथ पर भक्तों के जयकारों से गूंज उठता है।


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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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