
Kharmaas Born People: हिंदू पंचांग के अनुसार, खरमास एक विशेष काल है जो आमतौर पर दिसंबर और जनवरी के बीच पड़ता है। इस दौरान सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं। खरमास को अशुभ माना जाता है और इस दौरान विवाह और गृह प्रवेश जैसे कई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि खरमास के दौरान सूर्य देव के सात घोड़ों की गति धीमी हो जाती है और इसका असर सूर्य के आभामंडल पर भी पड़ता है। इसलिए, इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। तो, खरमास में जन्मे लोग कैसे होते हैं? आइए ज्योतिषी काशी गणेश मिश्रा से जानें इस बारे और अधिक?
खरमास में जन्मे लोग आमतौर पर शांत, समझदार और गहन विचारक होते हैं। ये अक्सर सोच-समझकर निर्णय लेते हैं और किसी भी स्थिति में विचलित नहीं होते। इन लोगों में सहनशीलता और धैर्य की प्रबल प्रवृत्ति होती है। ये विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहते हैं और आसानी से घबराते नहीं हैं। खरमास में जन्मे लोग अपनी आंतरिक दुनिया और भावनाओं के प्रति संवेदनशील होते हैं। वे आंतरिक शांति और संतुलन बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
खरमास में जन्मे लोग समाज में अपनी अलग पहचान बनाते हैं क्योंकि वे अक्सर व्यावहारिक और मेहनती होते हैं। वे अपनी मेहनत से सम्मान और सफलता प्राप्त करते हैं। खरमास में जन्मे लोग बहुत सतर्क और बुद्धिमान होते हैं। वे किसी भी परिस्थिति को समझने में कुशल होते हैं और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान निकालने की क्षमता रखते हैं। ये लोग आमतौर पर सकारात्मक और आशावादी दृष्टिकोण रखते हैं। ये कठिन समय में भी उम्मीद नहीं छोड़ते और चुनौतियों का सकारात्मक रूप से सामना करते हैं। ये लोग अक्सर अपने दिल की सुनते हैं और बहुत भावुक होते हैं। उनकी संवेदनशीलता उन्हें दूसरों के दर्द और खुशी को समझने में मदद करती है, लेकिन कभी-कभी यह निराशा का कारण भी बन सकती है।
खरमास में जन्मे लोगों को जीवन के शुरुआती दौर में, खासकर करियर से जुड़े मामलों में, कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। शुरुआत में, उन्हें अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से ज़्यादा सफलता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। हालांकि, समय के साथ चीज़ें बेहतर हो सकती हैं। वे अक्सर उन क्षेत्रों में सफल होते हैं जहां आलोचनात्मक सोच, शोध और निरंतर सीखने की आवश्यकता होती है। वे प्रोफेसर, शोधकर्ता, वैज्ञानिक आदि भी बन सकते हैं।
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खरमास में जन्म लेना न तो शुभ होता है न अशुभ। यह व्यक्ति के स्वभाव और सोच को प्रभावित कर सकता है, लेकिन जीवन पर सीधा नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता।
ये शांत, धैर्यवान, समझदार, भावुक और गहराई से सोचने वाले होते हैं। कठिन परिस्थितियों में भी संतुलित रहते हैं।
शोध, शिक्षा, अध्यापन, वैज्ञानिक कार्य, मनोविज्ञान और विश्लेषण आधारित करियर इन पर खूब सूट करते हैं।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।