रत्नशास्त्र के अनुसार, मोती चंद्रमा का रत्न है, लेकिन हर राशि पर इसका शुभ प्रभाव नहीं पड़ता। मकर, वृषभ, तुला और कुंभ राशि वालों को मोती धारण करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे मानसिक तनाव, करियर में बाधा और अनावश्यक चिंता हो सकती है। 

Astrological Benefits of Pearl: रत्नशास्त्र में, प्रत्येक रत्न किसी न किसी ग्रह से जुड़ा होता है। रत्नशास्त्र के अनुसार, ग्रहों की स्थिति के अनुसार रत्न धारण करने से जीवन की कठिनाइयां कम होती हैं और उन्नति के मार्ग खुलते हैं। हालंकि, कुछ लोग अक्सर जिज्ञासावश रत्न धारण कर लेते हैं। हालांकि, बिना सोचे-समझे या ज्योतिषीय सलाह के बिना रत्न धारण करने के प्रतिकूल परिणाम भी हो सकते हैं। इसलिए, आज हम आपको सफेद मोती के बारे में बताएंगे।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, मोती का सीधा संबंध चंद्रमा से होता है। चंद्रमा को मन और भावनाओं का कारक माना जाता है। इसलिए, मोती धारण करने से मानसिक संतुलन बना रहता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और क्रोध पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है। हालांकि, हर राशि पर इसका प्रभाव एक जैसा नहीं होता। तो आइए जानें कि किन राशियों के लोगों को इसे धारण करने से बचना चाहिए।

इन राशियों वाले लोगों को मोती धारण करने से बचना चाहिए

रत्नशास्त्र के अनुसार, कुछ राशियों वाले लोगों को सफेद मोती धारण करने से बचना चाहिए। इनमें मकर, वृषभ, तुला और कुंभ शामिल हैं। दरअसल, इन राशियों के स्वामी ग्रहों की चंद्रमा के साथ अच्छी बनती नहीं है। इसलिए, मोती पहनने से मानसिक तनाव बढ़ सकता है। साथ ही, व्यापार और करियर में बाधाएं आ सकती हैं। यदि राशि के अनुसार मोती नहीं पहना जाए, तो नींद की समस्या और अनावश्यक चिंता बढ़ सकती है। इसलिए, ज्योतिषी सलाह देते हैं कि इन राशियों के लोगों को मोती पहनने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और बिना डॉक्टर की सलाह के इसे नहीं पहनना चाहिए।

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मोती पहनने के लाभ

रत्नशास्त्र के अनुसार, नीलम और गोमेद को कभी भी मोती के साथ नहीं पहनना चाहिए। यह संयोजन अशुभ परिणाम दे सकता है और जीवन में समस्याएँ पैदा कर सकता है। ज्योतिष और रत्नशास्त्र के अनुसार, मोती पहनने से कई लाभ मिलते हैं। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, तो आप ज्योतिषियों से परामर्श के बाद मोती पहन सकते हैं। मोती पहनने से आत्मविश्वास की कमी दूर होती है, क्रोध कम होता है और मानसिक शांति मिलती है। इसके अलावा, मोती तनाव, अवसाद और नींद की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए भी शुभ माना जाता है।

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Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।