Onam 2024: ओणम दक्षिण भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। इस बार ये पर्व 15 सितंबर, रविवार को है। इस पर्व से कईं परंपराएं और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं, जो इसे और भी खास बनाती हैं।
Onam Sadya Thali Dish List: वैसे तो दक्षिण भारत में कईं त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन इन सभी में ओणम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। ये त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है। इन 10 दिनों में रोज कुछ न कुछ विशेष परंपरा निभाई जाती है। इस बार ओणम 15 सितंबर, रविवार को है। इस त्योहार पर खास पारंपरिक भोजन बनाया जाता है, इसे साद्या थाली कहते हैं। इस भोजन को केले के पत्ते पर खाने की परंपरा है। क्यों खास है ओणम की साद्या थाली और इसमें कौन-कौन से व्यंजन होते हैं, आगे जानिए…
कितने व्यंजन होते हैं साद्या थाली में?
ओणम की साद्या थाली किसी शाही थाली से कम नहीं होती क्योंकि 10 या 15 नहीं पूरे 26 पकवान होते हैं। इन 26 पकवानों में खट्टा, मीठा, तीखा, कसैला सभी तरह के स्वाद होते हैं। सबसे खास बात ये है कि इसमें कोई भी नॉनवेज डिश नहीं होती यानी ये थाली शाकाहारी होती है। इस भोजन का मजा केले के पत्ते पर ही आता है।
क्या-क्या होता है साद्या थाली में?
साद्या थाली में के मुख्य व्यंजनों में सांबर, रसम, शर्करा वरही, नारंगा करी, मांगा करी, उपेरी आदि प्रमुख हैं। इन सभी व्यंजनों में अलग-अलग सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से कुछ व्यंजन चटनी और अचार के रूप में होते हैं जो इस थाली के स्वाद को और बढ़ा देते हैं।
मीठा भी होता है खास
बिना मीठे व्यंजन के साद्या थाली पूरी नहीं होती। इसमें आने वाले मीठे व्यजंन भी पारंपरिक होते हैं। इनमें सबसे खास होती है गुड़ की खीर, जिसे पायसम कहते हैं। इसके अलावा इस थाली में मैदे से बनाई जाने वाली खीर जिसे पलाड़ा कहते हैं, गेहूं से बनने वाली खीर, जिसे गोदम्ब कहते हैं और अरहर की दाल सें बनने वाली खीर, जिसे पझम कहते हैं, भी शामिल होती है।
ये पकवान भी होते हैं खास
साद्या थाली में मिक्स वेज भी शामिल है, जिसे अवियल कहते हैं। चावल, परिप्पु करी, पच्चड़ी, पुलुस्सरी, ओलन, कालन, चेन यानी सूरन करी, खट्टा रायता भी इस थाली के प्रमुख व्यंजन हैं। साद्या थाली में बनाए जाने वाले पकवानों में नारियल का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है।
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