
Chandra Grahan 2025 Kab Hai: धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन धुरेड़ी पर्व (होली) मनाया जाता है। इस बार होली पर चंद्र ग्रहण का संयोग बन रहा है, जिसके चलते लोगों के मन में ये संशय है कि वे पूजा कर पाएंगे या नहीं अथवा होली खेल पाएंगे या नहीं? उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी से जानें आपके मन में उठ रहे सवालों के जवाब…
ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 13 मार्च, गुरुवार की सुबह 10 बजकर 36 से शुरू होगी, जो 14 मार्च, शुक्रवार की दोपहर 12 बजकर 24 मिनिट तक रहेगी। चूंकि होलिका पूजन शाम को किया जाता है और दहन रात में। ये स्थिति 13 मार्च, गुरुवार को बन रही है, इसलिए होलिका पूजन और दहन 13 मार्च को किया जाएगा। इसके अगले दिन यानी 14 मार्च, शुक्रवार को होली उत्सव (धुरेड़ी) मनाया जाएगा।
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 14 मार्च की सुबह 10 बजकर 39 मिनिट से शुरू होगा, जो दोपहर 02 बजकर 18 मिनिट तक रहेगा। सूतक की बात करें ये चंद्र ग्रहण शुरू होने से 6 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा और उसी के साथ समाप्त भी होगा। चूंकि इसके एक दिन पहले ही होलिका पूजन और दहन हो जाएगा, इसलिए इन शुभ कामों पर ग्रहण का कोई असर नहीं होगा।
जिस दिन चंद्र ग्रहण होगा यानी 14 मार्च को, उस दिन होली उत्सव मनाया जाएगा। तो क्या होली उत्सव पर चंद्र ग्रहण का कोई असर होगा? ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, चूंकि ये चंद्र ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका किसी भी तरह का कोई महत्व जैसे सूतक आदि नहीं माना जाएगा। 14 मार्च को आप बिना किसी परेशानी से होली उत्सव मना सकेंगे।
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Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।