Published : Aug 05, 2025, 05:30 PM ISTUpdated : Aug 05, 2025, 06:13 PM IST
Raksha Bandhan 2025 Date: धर्म ग्रंथों में कईं ऐसी बहनों के बारे में बताया गया है, जिनके बारे में आमजन बिल्कुल नहीं जानते। इनमें भगवान श्रीराम और यमराज की बहन भी शामिल हैं। जानें पुराणों में बताई गई कुछ ऐसी ही बहनों के बारे में।
Raksha Bandhan 2025 Kab Hai: इस बार रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। ये पर्व भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। धर्म ग्रंथों में भी इस पर्व का विशेष महत्व बताया गया है। पुराणों में ही कुछ ऐसी बहनों के बारे में बताया गया है, जिनके बारे में आमजन नहीं जानते, जबकि इनके भाई की पूजा लगभग सभी करते हैं। रक्षाबंधन के मौके पर हम आपको 5 ऐसी ही बहनों के बता रहे हैं जिनकी कथा से दुनिया अनजान है…
26
कौन हैं यमराज की बहन?
धर्म ग्रंथों में सूर्यदेव की अनेक संतानों के बारे में बताया गया है, यमराज भी इनमें से एक है। सूर्यदेव की एक पुत्री भी है जिनका नाम यमुना है। प्रचलित कथा के अनुसार, एक बार यमुना किसी बात पर रुठकर धरती पर आ गई और नदी में बदल गई। यमुना नदी ही यमराज की बहन है, इसलिए भाई दूज पर यमुना तट पर यमराज और यमुना की पूजा करने की परंपरा है।
ग्रंथों के अनुसार सूर्य की पत्नी संज्ञा से शनिदेव का जन्म हुआ। इनकी एक बहन भी हैं जिनका नाम भद्रा है। भद्रा का नाम हम सभी ने जरूर सुना होगा क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में इन्हें करण (तिथि के दो भाग को करण कहते हैं) माना गया है। कथा के अनुसार भद्रा का स्वभाव बहुत क्रूर है। जब भद्रा जन्म लेते ही संसार को खाने दौड़ी तो देवता डर गए। तब ब्रह्मदेव ने भद्रा के लिए एक समय निश्चित कर दिया और करण में स्थान दे दिया। भद्रा का ही एक नाम विष्टि भी है।
46
कौन हैं नागों की बहन?
महाभारत में नागों की उत्पत्ति से जुड़ी कथा मिलती है। उसके अनुसार नागों की उत्पत्ति ऋषि कश्यप और उनकी पत्नी कद्रू से हुई। नागों में सबसे बड़े शेषनाग हैं। महाभारत में अनेक शक्तिशाली नागों का वर्णन है जैसे वासुकि, तक्षक आदि। नागों की एक बहन भी हैं जिनका नाम जरत्कारू है। इनका दूसरा नाम मनसा है। मनसा के गुरु स्वयं महादेव हैं, इसलिए इन्हें शिवजी की पुत्री भी कहा जाता है।
56
कौन थीं श्रीराम की बहन?
भगवान श्रीराम की बहन से जुड़ी कथाएं भी धर्म ग्रंथों में मिलती है। उसके अनुसार भगवान श्रीराम की बड़ी बहन का नाम शांता था, जो राजा दशरथ और कौशल्या की पहली संतान थी। राजा दशरथ के मित्र रोमपद की कोई संतान नहीं थी, इसलिए राजा दशरथ ने उसे रोमपाद को दे दिया। राजा रोमपाद ने ही शांता का पालन-पोषण किया। राजा शांता का विवाह ऋषि श्रृंग से हुआ था।
66
कौन थीं दुर्योधन की बहन?
महाभारत के अनुसार, महर्षि वेदव्यास ने गांधारी को 100 पुत्र होने का आशीर्वाद दिया, जिसके फलस्वरूप दुर्योधन, दु:शासन आदि 100 हुए। इन 100 पुत्रों के अलावा गांधारी की एक पुत्री भी थी, जिसका नाम दु:शला था। राजा धृतराष्ट्र ने अपनी पुत्री दु:शला का विवाह सिंधुदेश के राजा जयद्रथ से करवाया था। महाभारत युद्ध में जयद्रथ का वध अर्जुन ने किया था।
Disclaimer इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।