Shani Jayanti 2023 Date: ज्येष्ठ मास में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी महीने में शनिदेव का जन्म हुआ था। शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिससे परेशानियां दूर होती हैं और मनोकामना पूरी होती है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है यानी हर जीवित प्राणी को उसके अच्छे-बुरे कर्मों का फल शनिदेव की प्रदान करते हैं। जब भी किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का प्रभाव होता है तो इसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। (Kab Hai Shani Jayanti) इस दौरान उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती एक बहुत ही खास दिन माना गया है। जानें इस बार शनि जयंती का पर्व किस दिन मनाया जाएगा और कौन-कौन से योग इस दिन बनेंगे…
जानें शनि जयंती का सही डेट? (Shani Jayanti 2023 Date)
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर सूर्यपुत्र शनिदेव का जन्म हुआ था। इस बार ज्येष्ठ मास का आरंभ 6 मई, शनिवार से हो रहा है और अमावस्या तिथि 19 मई, शुक्रवार को रहेगी। ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 19 मई को होने से इसी तिथि पर ये पर्व मनाया जाएगा। इस दिन वट सावित्री का व्रत भी किया जाएगा। इस व्रत को करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और पति की उम्र बढ़ती है।
29 साल बाद बनेगा ये शुभ योग (Shani Jayanti 2023 Shubh Yog)
ज्योतिषियों के अनुसार, इस समय शनि कुंभ राशि में हो, जो इनकी स्वयं की राशि है यानी ये कह सकते हैं इस समय शनि अभी अपने स्वयं के घर में स्थित है। कुंभ राशि का शनि शुभ फल देने वाला माना गया है। इसके पहले साल 1993 और 1994 में शनि कुंभ राशि में था और शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। शनि जयंती पर शनि का स्वराशि में होना शुभ संकेत है।
ये योग बनेंगे शनि जयंती पर (Shani Jayanti 2023)
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 18 मई, गुरुवार की रात 09:43 से शुरू होगी, जो 19 मई, शुक्रवार की रात 09:23 तक रहेगी। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे छत्र नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शोभन नाम का एक अन्य शुभ योग भी शाम 06.16 तक रहेगा। इस दिन ग्रहों की स्थिति में शुभ रहेगी। इन शुभ योगो में की शनिदेव की पूजा काफी लाभ देने वाली रहेगी।
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