
Shani Jayanti Muhurat Time: हर साल ज्येष्ठ अमावस्या पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर शनिदेव का जन्म हुआ था। इस बार ये पर्व 27 मई, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन ज्येष्ठ मास का तीसरा बड़ा मंगल भी रहेगा, साथ ही और भी कईं शुभ योग इस दिन बनेंगे, जिसके चलते इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है। आगे जानिए शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा के कितने मुहूर्त हैं…
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 27 मई को शनि जयंती के मौके पर पूजा के 5 शुभ मुहूर्त हैं। इन सभी में शनिदेव की पूजा की जा सकती है लेकिन सबसे शुभ मुहूर्त अभिजीत है, जो दोपहर में 12 बजे के लगभग रहेगा। ये हैं शनि जयंती के दिन भर के शुभ मुहूर्त…
- सुबह 09:04 से 10:44 तक
- सुबह- 10:44 से दोपहर 12:24 PM
- सुबह 11:57 से दोपहर 12:50 तक (अभिजीत मुहूर्त)
- दोपहर 12:24 से 02:03 तक
- दोपहर 03:43 से 05:22 तक
शनिदेव की पूजा में तेल, काले तिल, साबूत काली उड़द, काले कपड़े, लोहे की कील, अपराजिता के फूल आदि चीजें मुख्य रूप से चढ़ाई जाती हैं। शनिदेव को ये सभी चीजें चढ़ाने से वे बहुत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं। शनिदेव को भोग में चावल, काले तिल और काली उड़द की खिचड़ी क भोग लगाएं।
1. शनि जयंती पर जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े आदि का दान करें।
2. कुष्ठ रोगियों को जूते-चप्पल आदि काले कंबल का दान करें।
3. काले कुत्ते और काली गाय को रोटी खिलाएं।
4. किसी मंदिर के अन्नक्षेत्र में अपनी इच्छा के अनुसार, काले तिल या काली उड़द का दान करें।
5. शनिदेव की प्रतिमा का अभिषेक सरसों के तेल से करें।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।