
Ujjain Mahakal 5th Sawari Live: उज्जैन में भगवान महाकाल की पांचवी सवारी आज 11 अगस्त, सोमवार को निकाली गई। सवारी अपने तय समय शाम ठीक 4 बजे मंदिर परिसर से बाहर निकली। यहां तैनात पुलिस बल द्वारा बाबा महाकाल को गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मान किया गया। सवारी के आगे-आगे भजन मंडलिया और लोक कलाकारों का दल मनमोहक प्रस्तुतियां देता हुआ आगे चल रहे थे। शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सवारी शाम 7 बजे पुन: मंदिर परिसर में प्रवेश कर गई।
सवारी निकलने से पहले जिले के बड़े अधिकारी यानी कलेक्टर और एसपी व प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने भगवान महाकाल की पूजा की। इसके बाद 4 बजे बाबा महाकाल की पालकी मंदिर से बाहर निकाली गई जो विभिन्न मार्गों से होते हुए शाम 5 बजे क्षिप्रा तट पर पहुंची। यहां दत्त अखाड़ा के साधु-संत ने बाबा का पूजन-अर्चन किया। यहां से बाबा की पालकी दानी गेट, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए पुन: मंदिर परिसर में आ गई।
वैसे तो महाकाल मंदिर में रोज लाखों भक्त आते हैं लेकिन सवारी वाले दिन यहां का नजारा बहुत अलग होता है। महाकाल सवारी देखने के लिए आस-पास के शहरों से भी भक्त काफी संख्या में यहां आते हैं। खबर लिखे जाने तक करीब 2 लाख भक्त महाकाल दर्शन कर चुके थे। प्रतिदिन की तरह आज भी बाबा महाकाल का अद्भुत श्रंगार किया गया, जिसे भक्त अपलक निहारते रहे।
भाद्रपद मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली जाती है, जिसे राजसी सवारी भी कहते हैं। ये अंतिम सवारी होती है। इस बार बाबा महाकाल की शाही सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी। इस दिन सवारी का मार्ग काफी लंबा होता है और आस-पास के शहरों से भी बैंड और लोक कलाकरों के दल इसमें शामिल होते हैं, जिससे रौनक और बड़ जाती है, इसलिए इसे शाही सवारी कहते हैं।