Unique Temple: 400 सालों तक जमीन में रहा ये शिव मंदिर, रहस्यमयी है यहां की नंदी प्रतिमा

Published : Jun 13, 2025, 10:29 AM ISTUpdated : Jun 13, 2025, 10:30 AM IST
Dakshinamukha Nandi Tirtha Kalyaani Kshetra

सार

unique temples of india: कर्नाटक में भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है। कहते हैं कि ये मंदिर खुदाई के दौरान निकला है। इस मंदिर में नंदी के मुख से लगातार पानी निकलता है, इसका रहस्य आज तक कोई समझ नहीं पाया। 

Interesting facts about the south facing Nandi Tirtha temple: भारत के मंदिरों का देश कहा जाता है। यहां अनेक चमत्कारी और अनोखे मंदिर हैं। ऐसा ही एक मंदिर कर्नाटक में भी है। ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। कहते हैं कि ये मंदिर लगभग 400 सालों तक जमीन के अंदर था। खुदाई के दौरान इसके यहां का पता चला। इस मंदिर में नंदी की प्रतिमा से लगातार पानी निकलता है, जिसका रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया। नंदी की इसी चमत्कारी प्रतिमा के चलते इसका नाम दक्षिण मुखी नंदी तीर्थ कल्याणी क्षेत्र रखा गया है।

कहां है दक्षिण मुखी नंदी तीर्थ कल्याणी क्षेत्र मंदिर?

कर्नाटक के बेंगलुरु में मल्लेश्वरम लेआउट के पास ही स्थित है दक्षिण मुखी नंदी तीर्थ कल्याणी क्षेत्र मंदिर, इसे नंदी तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की कथा बहुत ही रोचक है। आमतौर पर जब भी शिव मंदिर बनाया जाता है तो उसमें नंदी का मुख पूर्व दिशा की ओर रखा जाता है लेकिन इस मंदिर में नंदी की प्रतिमा का मुख दक्षिण दिशा में है, इसलिए इसे दक्षिण मुखी नंदी तीर्थ कहते हैं।

400 साल तक जमीन के अंदर था ये मंदिर

नंदी तीर्थ मंदिर का इतिहास भी काफी रोचक है। स्थानीय लोगों के कहना है कि साल 1997 में यहां खुदाई के दौरान नंदी की प्रतिमा निकली, जिसके मुंह से लगातार पानी निकल रहा था। जब ये बात भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को पता चली तो उन्होंने यहां आकर खुदाई करवाई, जिससे पता चला कि यहां 400 साल पुराना शिव मंदिर है। ये मंदिर किसने और कब बनवाया, इसकी कोई जानकारी नहीं है।

रहस्यमयी है नंदी की मूर्ति

इस मंदिर की सबसे खास बात है नंदी की मूर्ति, जिसके मुख से लगातार पानी निकलता रहता है और इससे शिवलिंग का अभिषेक होता है। आज तक कोई ये नहीं जान पाया कि नंदी के मुख से लगातार पानी कैसे निकलता है। नंदी की इस मूर्ति पर कईं शोध हुए लेकिन आज भी नंदी की ये प्रतिमा रहस्य बनी हुई है। नंदी के मुख से निकल रहा पानी शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद मंदिर परिसर के तालाब में इकट्ठा हो जाता है जिसे कल्याणी कहते हैं।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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