
Hampi's temple with musical pillars: क्या कभी पत्थरों से भी संगीत निकल सकता है, आप कहेंगे-नहीं। लेकिन भारत में एक ऐसा मंदिर भी हैं जहां अगर पत्थर के खंबों को किसी चीज से ठोका जाए तो उसमें से मुधर संगीत निकलता है। सुनने में ये बात थोड़ी अजीब लगे, लेकिन ये सच है। इसलिए मंदिर के इन खंबों को म्यूजिकल पिलर्स कहा जाता है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर को देखने आते हैं। आगे जानिए कहां है ये मंदिर और इससे जुड़ी रोचक बातें…
म्यूजिकल पिलर्स वाला ये मंदिर कर्नाटक के हम्पी में है, जिसका नाम विट्ठल मंदिर है। विट्ठल भगवान विष्णु का एक स्वरूप है। तुंगभद्रा नदी के तट पर ये मंदिर कईं एकड़ जमीन पर फैला है। कहते हैं कि इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के राजा देवराय द्वितीय ने करवाया था। हम्पी का ये विट्ठल मंदिर भारतीय कला का जबरदस्त उदाहरण है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी विशेषता यहां के म्यूजिकल पिलर्स हैं।
इस मंदिर के खंबों को परफोरेटेड लोकल ग्रेनाइट से बनाया गया है। इन पत्थरों में Crystalline Structure वाले मिनरल्स हैं, जैसे- ऑर्थोक्लेज। इस पत्थरों को एक खास लंबाई और चौड़ाई में तराशा गया है, जिससे इन्हें बजाने पर मधुर ध्वनि निकलती है। कहते हैं प्राचीन समय में भगवान विट्ठल को भेंट अर्पण करते हुए, इन्हीं खंभों के संगीत पर नृत्य किया जाता था। इस मंदिर में कुल 56 पिलर्स ऐसे हैं जिन्हें बजाने पर संगीत की धुन निकलती है।
हंपी के विट्ठल मंदिर में वैसे तो 56 म्यूजिकल पिलर्स हैं लेकिन इनमें से 7 बहुत ही खास हैं इन्हें सारेगामा पिलर्स भी कहा जाता है। इन्हें मंदिर के मुख्य पिलर्स भी कहा जाता है। इन सभी 7 खंबों से निकलने वाला संगीत अलग होता है। लोगों का कहना है कि इन 7 खंबों से संगीत के मुख्य 7 स्वर सारेगामा जैसी आवाज आती है।
- हम्पी शहर से निकटतम रेलवे स्टेशन होसपेट जंक्शन है, जो यहां से 17 किमी दूर है। यहां आकर आप बस या टैक्सी से मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
- हम्पी के लिए सबसे निकट हवाई अड्डा विजयनगर में जो यहां 38 किमी दूर है। यहां से भी बस या टैक्सी द्वारा मंदिर तक आप आ सकते हैं।
- कर्नाटक का हंपी शहर मुख्य सड़क मार्गों से जुड़ा हुआ है। आप अपने निजी वाहन या बस द्वारा भी यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
Disclaimer
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