Vastu Tips: घर के मंदिर में भगवान की खड़ी मूर्ति क्यों न रखें?

Published : May 24, 2025, 01:53 PM IST
how big murti should be kept in home temple

सार

Vastu Tips For Home Temple: घर के मंदिर में देवी-देवताओं की कितनी मूर्तियां होनी चाहिए, इनका स्वरूप कैसा होना चाहिए? ये सभी बातें वास्तु शास्त्र में बताई गई हैं। इन बातों का ध्यान सभी लोगों को रखना चाहिए। 

Ghar Ke Mandir Ke liye Vastu Tips: हर हिंदू घर में भगवान का एक छोटा सा मंदिर जरूर होता है, जहां सुबह-शाम पूजा की जाती है और दीपक जलाया जाता है। इससे घर में पॉजिटिविटी बनी रहती है। लेकिन घर के मंदिर में यदि कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो इसका नकारात्मक असर भी हमारे जीवन पर हो सकता है। वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर से जुड़ी कईं नियम बताए गए हैं। आगे जानिए ऐसे ही 5 नियमों के बारे में…

घर के मंदिर में भगवान की कैसी मूर्ति रखें?

वास्तु नियमों के अनुसार, घर के मंदिर में भगवान की खड़ी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए, हमेशा बैठी हुई मूर्ति की स्थापना ही घर में करनी चाहिए। भगवान की खड़ी मूर्ति घर में रखना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से घर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

घर के मंदिर में भगवान की कितनी मूर्ति रखें?

घर के मंदिर में किसी भी भगवान की एक से ज्यादा मूर्ति नहीं रखना चाहिए, जैसे एक ही शिवलिंग स्थापित करें। भगवान श्रीगणेश की भी एक ही मूर्ति पूजा घर में रखें। इसी तरह अन्य देवी-देवताओं की भी एक-एक ही मूर्ति घर के मंदिर में रखने का नियम वास्तु शास्त्र में है।

घर के मंदिर में कैसी मूर्ति न रखें?

अगर भगवान की कोई मूर्ति या तस्वीर खंडित हो गई हो यानी टूट-फूट गई हो, उसे मंदिर से हटाकर नदी में प्रवाहित कर देनी चाहिए। घर के मंदिर में रखी खंडित प्रतिमा निगेटिविटी बढ़ाती है। इसलिए भूलकर भी ऐसी प्रतिमा को घर में न रखें और प्रवाहित कर दें।

घर के मंदिर में भगवान की कितनी बड़ी मूर्ति रखें?

वास्तु नियमों के अनुसार, घर के मंदिर में भगवान की 6 इंज से ज्यादा बड़ी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इससे ज्यादा बड़ी मूर्ति रखना धर्म ग्रंथों में भी निषेध बताया गया है। भगवान की बड़ी मूर्ति घर के मंदिर में रखना शुभ नही माना जाता।

इन बातों का भी रखें ध्यान

घर के मंदिर के आस-पास शौचालय न हो। अन्य किसी तरह का कोई कबाड़ इकट्ठा न करें। पूजा स्थल के ऊपर टाण्ड न बनाएं। संभव हो तो पूजा स्थान ईशान कोण या फिर पूर्वी दीवार की ओर बनाएं। इससे आपको निरंतर शुभ फल मिलते रहेंगे।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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