हिंदू धर्म में पूजा-पाठ को दौरान मुहूर्त का बड़ा महत्व माना जाता है। सही मुहूर्त पर सही तरीके से पूजा करने से सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। गुरुवार का दिन भी विष्णु पूजा के लिए खास माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ महालक्ष्मी की पूजा करने से सारे ग्रह दोष दूर हो जाते हैं, और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
उज्जैन. हिंदू धर्म में पूजा-पाठ को दौरान मुहूर्त का बड़ा महत्व माना जाता है। सही मुहूर्त पर सही तरीके से पूजा करने से सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। गुरुवार का दिन भी विष्णु पूजा के लिए खास माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ महालक्ष्मी की पूजा करने से सारे ग्रह दोष दूर हो जाते हैं, और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। गुरुवार का कारक ग्रह गुरू है, जो कि भाग्य का कारक होता है। इस दिन विष्णु पूजा करने से बिगड़ा भाग्य भी बन जाता है। जानिए किन तरीकों से आप अपने बिगड़े भाग्य को बना सकते हैं।
1. गुरुवार को भगवान विष्णु के मंत्र "ऊँ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात्" का जाप करें।
1. सुबह जल्दी उठें और नहाकर पीले कपड़े पहनें।
2. पीले वस्त्र धारण कर घर के मंदिर में गणेशजी की पूजा करें। गणेशजी को स्नान कराएं, वस्त्र अर्पित करें, गंध, फूल, चावल आदि चढ़ाएं।
3. गणेश पूजा के बाद भगवान विष्णु का आव्हान करें।
4. आव्हान के बाद भगवान विष्णु का शुद्ध जल से अभिषेक करें।
5. जलाभिषेक के बाद भगवान विष्णु को पंचामृत से नहलाएं और फिर जल से स्नान कराएं।
6. स्नान के बाद भगवान को वस्त्र और आभूषण अर्पित करें, और फिर यज्ञोपवित (जनेऊ) पहनाकर पुष्पमाला भी पहनाएं।
7. भगवान को सुगंधित इत्र अर्पित करें। और अष्टगंध का तिलक लगाएं।
8. धूप और दीप जलाकर भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें। तुलसी दल विष्णु भगवान को विशेष प्रिय है।
9. घी या तेल का दीपक जलाकर नेवैद्य अर्पित करें। भगवान की आरती करें।
10. आरती के पश्चात् परिक्रमा करें। और विष्णुजी के मंत्र का 108 बार जाप करें।
इन तरीकों से पूजा करने से भगवान विष्णु आपकी ग्रहदशा सुधारेंगे और आपका भाग्य निखर उठेगा।