2020 में जब उन पर प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का आरोप लगा था, तब सचिन ने पृथ्वी शॉ से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उन्हें सलाह दी थी।
मुंबई: आईपीएल नीलामी में किसी भी टीम द्वारा अनदेखा किए गए युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ पर बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता ने जमकर निशाना साधा है। नाम न छापने की शर्त पर पूर्व चयनकर्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों की सलाह के बावजूद पृथ्वी शॉ में कोई सुधार नहीं आया। क्या ये सभी बेवकूफ़ हैं?
2020 में जब उन पर प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का आरोप लगा था, तब सचिन ने पृथ्वी शॉ से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उन्हें सलाह दी थी। सचिन ने पृथ्वी से कहा था कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से भरे देश में अनुशासन और आत्म-नियंत्रण ही किसी को महान क्रिकेटर बनाता है। अपने बचपन के दोस्त विनोद कांबली का उदाहरण देते हुए सचिन ने समझाया था कि प्रतिभा होने के बावजूद कांबली कहाँ पहुँचे, यह सभी जानते हैं। पृथ्वी शॉ भी उसी रास्ते पर जाते दिख रहे थे, इसलिए सचिन ने उन्हें सलाह दी थी।
दिल्ली कैपिटल्स में रहते हुए सौरव गांगुली और रिकी पोंटिंग, और अंडर-19 टीम में कोच रहते हुए राहुल द्रविड़ ने भी पृथ्वी को सुधारने की कोशिश की थी। लेकिन उनकी बातों का पृथ्वी पर कोई असर नहीं हुआ। उनमें कोई बदलाव नहीं आया, या फिर कोई बदलाव आया भी तो वह दिखाई नहीं दिया। पूर्व चयनकर्ता ने कहा कि क्या ये सभी बेवकूफ़ थे जो उसे सलाह दे रहे थे?
18 साल की उम्र में भारत के लिए टेस्ट में शतक के साथ पदार्पण करने वाले पृथ्वी शॉ ने आखिरी बार 2021 में भारत के लिए खेला था। 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम में जगह मिली, लेकिन प्लेइंग इलेवन में नहीं खेले। इस रणजी सीजन में अधिक वजन और फिटनेस की कमी के कारण मुंबई की प्लेइंग इलेवन से बाहर हुए पृथ्वी शॉ को आईपीएल नीलामी में भी किसी टीम ने नहीं खरीदा। पिछले आठ सालों में पहली बार पृथ्वी शॉ को आईपीएल में किसी टीम ने नहीं लिया। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए मुंबई टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे, लेकिन अब तक कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।