
Pakistan Cricket Board: भारत की तरह ही पाकिस्तान में लोग क्रिकेट के लिए दीवाने हैं, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की हालत खराब रहती है। कभी यह क्रिकेटरों को पैसे नहीं दे पाने तो कभी स्टेडियम की खराब हालत के चलते चर्चा में रहती है। एक ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ऐसी स्थिति क्यों है।
दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भ्रष्टाचार के दलदल में गले तक घंसा मिला है। यहां अरबों रुपए की लूट हुई है। AGP (Auditor General of Pakistan) ने PCB की उस काली सच्चाई को पर्दे से बाहर लाकर सबके सामने रख दिया है, जिससे हर कोई हैरान है। रिपोर्ट से पता चला है कि किस तरह नौकरशाहों और राजनीतिक दलों द्वारा भर्ती किए गए लोगों ने PCB को दीमक की तरह खोखला कर दिया।
पीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान पुलिस के जवानों के भोजन पर 6.339 करोड़ पाकिस्तानी रुपए खर्च कर दिए। यह भी तब जब पीसीबी ने विदेशी वीवीआईपी की मेजबानी नहीं की। ऐसे समय में जब पाकिस्तान के लोग महंगाई की मार से बेहाल हैं। दो वक्त ठीक से भोजन नहीं कर पा रहे हैं। PCB ने पुलिसवालों को बिरयानी खिलाने में करोड़ों रुपए बहा दिए।
पीसीबी के अध्यक्ष आते-जाते रहे, लेकिन भ्रष्टाचार कायम रहा। दिसंबर 2022 में पूर्व टेस्ट कप्तान रमिज राजा को अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से पीसीबी में कुर्सी का खेल चल रहा है। रमिज राजा को हटाया गया तो नजम सेठी आए। इसके बाद जका अशरफ और अब मोहसिन नकवी अध्यक्ष हैं।
पीसीबी को राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए जमकर इस्तेमाल किया। जिसकी सत्ता रही उसने अपने लोगों को पीसीबी में भर दिया। नौकरियां ऐसे बांटी गईं जैसे शादी के कार्ड हों। अक्टूबर 2023 में एक मीडिया निदेशक को 900,000 पाकिस्तानी रुपए प्रति माह के वेतन पर नियुक्त किया गया। नौकरी के विज्ञापन से लेकर ज्वाइनिंग लेटर तक, पूरी प्रक्रिया एक ही दिन में हो गई। अंडर-16 ग्रुप के लिए तीन अयोग्य कोचों की चुपचाप भर्ती कर दिया गया। वेतन 54 लाख पाकिस्तानी रुपए दिया गया।
मोहसिन नकवी इस समय पीसीबी अध्यक्ष हैं। गृह मंत्री और पीसीबी अध्यक्ष दोनों पद पर रहते हुए उन्होंने जमकर पैसे बनाए। पीसीबी फंड से अपने बिजली-पानी के बिल, पेट्रोल और घर के लिए 41.7 लाख पाकिस्तानी रुपए निकाल लिए। ये सभी सुविधाएं उन्हें मंत्री होने के चलते सरकार से पहले से मिल रही थी।