बेंगलुरु: अपने करियर के तीसरे टेस्ट में तिहरा शतक जड़कर शानदार शुरुआत करने वाले करुण नायर भारतीय टीम से बाहर हो गए थे। अब वह घरेलू क्रिकेट में धमाकेदार प्रदर्शन के साथ वापसी की राह पर हैं। कर्नाटक के घरेलू टी20 लीग महाराजा ट्रॉफी में मैंगलोर ड्रैगन्स के खिलाफ मैसूर वॉरियर्स के कप्तान के रूप में उन्होंने शानदार शतक जड़ा।
48 गेंदों में 13 चौके और 9 छक्कों की मदद से 124 रन बनाकर नाबाद रहे। उनका स्ट्राइक रेट 258.33 का रहा। करुण की इस पारी की बदौलत मैसूर वॉरियर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 226 रन बनाए। जवाब में मैंगलोर की टीम 14 ओवर में 138 रन पर 7 विकेट गंवा चुकी थी, तभी बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा और वीजेडी नियम के तहत मैसूर को 27 रन से विजयी घोषित किया गया।
वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज 32 वर्षीय करुण नायर हैं। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में उन्होंने 381 गेंदों में 303 रन बनाए थे। हालांकि, इसके बाद टीम संयोजन के कारण उन्हें अगले टेस्ट में मौका नहीं मिला। इसके बाद उन्हें तीन टेस्ट मैच और खेलने का मौका मिला, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके और टीम से बाहर हो गए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें फिर मौका नहीं दिया। आईपीएल में भी 2022 के बाद से वह किसी भी टीम का हिस्सा नहीं हैं। 2022 में वह आखिरी बार संजू सैमसन की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले थे।
पिछले छह आईपीएल सीजन में करुण नायर को केवल आठ मैच खेलने का मौका मिला है। 2017 में आखिरी टेस्ट और 2022 में आखिरी आईपीएल खेलने वाले करुण ने 2022-23 सीजन में कर्नाटक टीम में वापसी की थी। पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी में विदर्भ के लिए खेलते हुए उन्होंने 690 रन बनाए थे। अब महाराजा ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन के साथ वह एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं। महाराजा ट्रॉफी में चार मैचों में 222 रन के साथ वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं।