टी20 डेब्यू के बाद मयंक यादव और नितीश कुमार रेड्डी अब कैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं, जिससे लखनऊ और हैदराबाद को IPL नीलामी में उन्हें रिटेन करने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
ग्वालियर: बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मैच में भारत के लिए पेसर मयंक यादव और नितीश कुमार रेड्डी ने डेब्यू किया, जिससे आईपीएल नीलामी से पहले लखनऊ सुपर जायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद को झटका लगा है. भारत के लिए डेब्यू करने के बाद अब आईपीएल नीलामी में इन दोनों को कैप्ड खिलाड़ियों के रूप में माना जाएगा.
31 अक्टूबर को बीसीसीआई ने प्रत्येक टीम को खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए समय सीमा दी थी. इस समय सीमा के भीतर टीमों को यह बताना होगा कि वे किन खिलाड़ियों को रिटेन कर रहे हैं. मयंक और नितीश के भारत के लिए डेब्यू करने के बाद, दोनों कैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं.
बीसीसीआई ने पिछले महीने रिटेंशन नीति जारी की थी जिसके अनुसार कैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए प्रत्येक टीम को न्यूनतम 11 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. रिटेन किए जाने वाले पहले खिलाड़ी के लिए 18 करोड़, दूसरे खिलाड़ी के लिए 14 करोड़ और तीसरे खिलाड़ी के लिए 11 करोड़ रुपये टीमों को खर्च करने होंगे. रिटेन किए जाने वाले पांचवें खिलाड़ी के लिए यह राशि फिर से 18 करोड़ हो जाएगी. पांचवें खिलाड़ी के लिए फिर से 14 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. पांच खिलाड़ियों के अलावा, एक खिलाड़ी को राइट टू मैच के जरिए अपनी टीम में शामिल किया जा सकता है.
ऐसे में नितीश कुमार रेड्डी को रिटेन करने के लिए सनराइजर्स हैदराबाद को कम से कम 11 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. यही स्थिति मयंक यादव के मामले में लखनऊ की भी है. अगर ये दोनों खिलाड़ी 31 अक्टूबर के बाद भारत के लिए डेब्यू करते तो इन दोनों को अनकैप्ड कैटेगरी में रिटेन करने के लिए इन टीमों को सिर्फ चार करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते.
लखनऊ के कप्तान केएल राहुल, क्विंटन डी कॉक, निकोलस पूरन, मार्कस स्टोइनिस को रिटेन करने की उम्मीद है. वहीं हैदराबाद के पैट कमिंस, ट्रैविस हेड, अभिषेक शर्मा को रिटेन करने की उम्मीद है. कैप्ड खिलाड़ी बनने के बाद, नितीश रेड्डी को हैदराबाद राइट टू मैच के जरिए अपनी टीम में शामिल कर सकता है. वहीं चोटिल नहीं होने पर मयंक के लिए टीमें जोरदार बोली लगा सकती हैं.