
RCB Victory Pared Stampede: 17 साल के लंबे इंतजार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आईपीएल का पहला खिताब जीत लिया। लेकिन, उनकी ये जीत में मातम का माहौल बन गया। आरसीबी के जीत के जश्न में विक्ट्री परेड के दौरान हुई 11 मौत के बाद मामला और गरम होता जा रहा है। बेंगलुरु पुलिस लगातार कड़े एक्शन में नजर आ रही है। इस जश्न के दौरान सूबे के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी शामिल हुए थे। इस भगदड़ के दौरान 50 लोग घायल भी हुए थे। इसके बाद भाजपा वाले ने सीएम और वाइस सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में बेंगलुरु की पुलिस ने आरसीबी मैनेजमेंट के एक अधिकारी सहित कुल 4 लोगों को हिरासत में लिया। वहीं, KCA के कोषाध्यक्ष गायब चल रहे हैं।
भगदड़ मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले को गिरफ्तार किया है। इस हेड अधिकारी को विराट कोहली के बेहद करीबी कहा जाता है। सोसाले के बारे में बात करें, तो IPL 2025 में आरसीबी के हरेक मुकाबले के दौरान उन्हें मैदान में टीम को सपोर्ट करते देखा गया था। अनुष्का शर्मा के साथ भी वो कई बार को चियर करते नजर आए। शुरुआत से ही वो इस फ्रेंचाइजी के साथ बने हुए हैं। उनके कामकाज पर नजर डालें, तो लिंक्डइन के मुताबिक, वह इंडियन प्रीमियर लीग में अग्रणी ब्रांड और कमर्शियल प्रोग्राम के व्यवसाय और मार्केटिंग चार्टर के डिजाइन, रणनीति और डिलीवरी को देखने का काम करते हैं।
इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों को कर्नाटक सरकार ने मुआवजा देने का ऐलान भी किया है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के 11 फैंस की मृत्यु हुई थी। ऐसे में सभी के परिवार को 10-10 लाख रुपए की राशि सहायता के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा इस दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों को भी मुफ्त में ईलाज करवाने की व्यवस्था की गई है। इतना करने के बाद भी सोशल मीडिया पर टीम मैनेजेंट और सरकार पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। दोनों को दोषी ठहराने में लोग कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं।
सूत्रों की मानें, तो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु फ्रेंचाइजी मैनेजमेंट ने जीत के बाद आयोजित होने वाली विक्ट्री परेड के लिए ट्वीट करने से पहले वहां की पुलिस से सलाह नहीं ली थी। उनका ट्वीट भी आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल गया था, जिसे भारी संख्या में लोगों ने देखा। हालांकि, बाद में पुलिस से परेड की अनुमति मांगी थी लेकिन नहीं दी गई। यह कार्रवाई कर्नाटक सरकार द्वारा बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद सहित कई बड़े पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने के बाद की गई है। इनलोगों के ऊपर भगदड़ को नियंत्रित करने के लिए सही से इंतजाम नहीं करके का आरोप लगा है।