युवराज सिंह से लेकर वीरेंद्र सहवाग तक...इन भारतीय प्लेयर्स ने विदेशी टी20 लीग में दिखाया जलवा
Foreign T20 League. BCCI ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए विदेशी लीग में खेलने की अनुमति नहीं दी है। यही वजह है कि कई खिलाड़ियों ने रिटायरमेंट के बाद विदेशी टी20 लीग में हिस्सा लिया और छा गए। इनमें युवराज सिंह से लेकर उन्मुक्त चंद जैसे सितारे शामिल हैं।
युवराज सिंह ने 2019 के वर्ल्डकप के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया। इसके बाद उन्होंने ग्लोबल टी20 कनाडा टोरोंटो नेशनल्स टीम के साथ तगड़ा करार किया और विदेशी लीग का हिस्सा बने। युवराज सिंह ने बेहद शानदार प्रदर्शन कर अपनी डील को सही साबित किया।
मुनफ पटेल
2011 की विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे मुनफ पटेल भी विदेशी लीग में छाने वाले खिलाड़ी हैं। मुनफ पटेल ने लंका प्रीमियर लीग 2020 में हिस्सा लिया। वहां कुल 4 मैच खेलकर मुनफ ने 3 विकेट झटके।
प्रवीण तांबे
प्रवीण तांबे को भारतीय टीम में खेलने का कभी मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए लाइमलाइट चुराई। इसके बाद उन्होंने आबू धाबी टी10 लीग में हिस्सा लिया और 8 विकेट चटकाए। तांबे ने सिंधीज की तरफ से खेलते हुए 4 मैचों में 8 विकेट लिए।
उन्मुक्त चंद
दिल्ली के स्टार खिलाड़ी और भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्डकप जिता चुके उन्मुक्त चंद भी विदेश लीग के स्टार खिलाड़ी रहे हैं। 2021-22 के सीजन में उन्होंने माइनर लीग क्रिकेट टीम सिलिकॉन वैली की तरफ से खेला और 693 रन बना डाले।
वीरेंद्र सहवाग
2007 की टी20 विश्वकप जीत और 2011 में वनडे विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे वीरेंद्र सहवाग ने 2016 में मास्टर्स चैंपियंस लीग में हिस्सा लिया। उन्होंने जेमिनी अरेबियंस की तरह से मैच खेले। वीरेंद्र सहवाग ने 6 मैचों में 318 रन ठोंके और सभी मैचों में 183.81 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।