साइना को पटकनी देकर ऐतिहास रचने वाली मालविका बनसोड मूल रुप से महाराष्ट्र के नागपुर शहर की रहने वाली हैं। वह बैडमिंटन की एक उभरती हुई स्टार हैं। कहा- वो मेरी आर्दश हैं, उन्हें हराना मेरे लिए किसी बड़े सपने से कम नहीं है।
नागपुर. देश की हजारों-लाखों बेटिया बैडमिंटन क्वीन साइऩा नेहवाल को अपना आइडल मानते हुए बैडमिंटन खेल रही हैं। क्योंकि वह भी उन्हीं की तरह एक कामयाब खिलाड़ी बनना चाहती हैं। लेकिन गुरुवार के दिन इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। जहां एक महज 20 साल की मालविका बनसोड ने ओलिंपिक विजेता साइना नेहवाल कड़ी टक्कर देते हुए हरा दिया।
जिन्हें माना आर्दश उन्हीं को हाराना बड़े सपने से कम नहीं
दरअसल, साइना को पटकनी देकर ऐतिहास रचने वाली मालविका बनसोड मूल रुप से महाराष्ट्र के नागपुर शहर की रहने वाली हैं। वह बैडमिंटन की एक उभरती हुई स्टार हैं। नेहवाल को हराने के बाद उन्होंने कहा-मैं बचपन से ही उन्हें देखकर ही बैडमिंटन खेलना सीखी हूं। वो मेरी आर्दश हैं, उन्हें हराना मेरे लिए किसी बड़े सपने से कम नहीं है।
कई खिताब जीत चुकी है नागपुर की ये लड़की
मालविका अंडर-13 और अंडर-17 लेवल पर स्टेट चैंपियनशिप जीत चुकी हैं। वह 2018 में वे वर्ल्ड जूनियर बैडमिंटन टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में चयनित हुई हं। इतनाा ही नहीं वो 2018 में काडमांडू में साउथ एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीत हासिल कर चुकी हैं। दो साल पहले 2019 में उन्होंने ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग टूर्नामेंट जीता। इसी वर्ष 2019 में ही मालविका ने मालदीव्स इंटरनेशनल फ्यूचर सीरीज टूर्नामेंट का खिताब जीता था।