बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने रैना के संन्यास पर कहा कि, वे भारत के लिए सफेद गेंद से खेलने वाले क्रिकेटरों में से एक प्रमुख खिलाड़ी रहे। भारत के लिए सीमित ओवरों के क्रिकेट में रैना महत्वपूर्ण प्रदर्शन करने वालों खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। इस क्रम को कम करने और मैच जीतने वाले नॉक को खेलने के लिए बहुत कौशल और प्रतिभा की आवश्यकता होती है।
स्पोर्ट्स डेस्क : महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के 15 अगस्त को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उनके लाखों - करोड़ों फैन्स को जहां एक तरफ झटका लगा, वहीं बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने रैना के संन्यास पर कहा कि, वे भारत के लिए सफेद गेंद से खेलने वाले क्रिकेटरों में से एक प्रमुख खिलाड़ी रहे। भारत के लिए सीमित ओवरों के क्रिकेट में रैना महत्वपूर्ण प्रदर्शन करने वालों खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। इस क्रम को कम करने और मैच जीतने वाले नॉक को खेलने के लिए बहुत कौशल और प्रतिभा की आवश्यकता होती है।
क्या कहा बीसीसीआई सचिव ने
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने रैना को उनके शानदार करियर की बधाई दी और रैना को सबसे छोटे फॉर्मेट में खेलने के लिए बाएं हाथ के बल्लेबाज में से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बताया। जय शाह ने कहा कि सुरेश रैना बेहतरीन टी 20 बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। 2011 विश्व कप में क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रैना का कैमियो उनके शानदार करियर का प्रमाण था। मैं उनके करियर की दूसरी पारी के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
कैसा रहा रैना का क्रिकेट करियर
भारतीय क्रिकेट के बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे सुरेश रैना ने 226 वनडे मैचों की 194 पारियों में 35 बार नाबाद रहते हुए 5 शतक और 36 अर्धशतकों लगाए। रैना ने कुल 5615 रन बनाये हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले रैना ने आखिरी वनडे साल 2018 में खेला था।
धोनी के साथ रैना की जोड़ी कमाल
कई बार रैना ने अपने गुरू एमएस धोनी के साथ घातक बल्लेबाजी की। अक्सर मुश्किल स्थितियों में दोनों खिलाड़ियों ने भारत को फिनिश लाइन पार करने में मदद की। दोनों ने मिलकर कुल 2421 रन बनाए। बता दें कि आने वाले आईपीएल मैचों में रैना और धोनी दोनों ही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक्शन में दिखाई देंगे।