पेरिस: ओलंपिक के बाद संन्यास लेने की घोषणा श्रीजेश ने पहले ही कर दी थी। आखिरकार अपने करियर का अंत ओलंपिक पदक के साथ करने का उनका सपना पूरा हुआ। तीसरे स्थान के मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीता। इस मैच में ही नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया। संन्यास की घोषणा कर चुके गोलकीपर पीआर श्रीजेश अब कोचिंग की भूमिका में दिखाई दे सकते हैं। श्रीजेश को भारतीय जूनियर टीम का मुख्य कोच बनाया जा सकता है। हॉकी इंडिया श्रीजेश से यह पद संभालने का अनुरोध कर सकता है।
भारत लौटने से पहले श्रीजेश की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर में श्रीजेश पेरिस के एफिल टॉवर के सामने कांस्य पदक के साथ मलयाली स्टाइल में खड़े हैं। तस्वीर के साथ कैप्शन भी मलयालम में लिखा है। श्रीजेश ने फहाद फासिल की सुपरहिट फिल्म 'आवेशम' के 'एडा मोने...' डायलॉग का इस्तेमाल किया है। यह तस्वीर सिर्फ मलयालियों के लिए है। पोस्ट देखें..
भारतीय हॉकी टीम स्वदेश लौट आई है लेकिन श्रीजेश अभी भी पेरिस में हैं। ओलंपिक समापन समारोह में ध्वजवाहक होने के कारण मलयाली स्टार पीआर श्रीजेश पेरिस में ही रुके हुए हैं। इस बीच, हॉकी टीम का दिल्ली में भव्य स्वागत किया गया। टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह सहित पूरी टीम का स्वागत किया गया। कप्तान ने मिले प्यार पर खुशी जाहिर की।
अपने चहेते सितारों का स्वागत करने के लिए प्रशंसकों की भारी भीड़ एयरपोर्ट के बाहर उमड़ पड़ी। ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं से हॉकी सितारों का स्वागत किया गया। मलयाली स्टार पीआर श्रीजेश और चार अन्य सितारों को छोड़कर पूरी टीम स्वदेश लौट आई है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि पदक जीतकर स्वदेश लौटना गर्व की बात है। कप्तान ने आगे कहा कि श्रीजेश का संन्यास टीम और देश के लिए एक बड़ी क्षति है।