राजस्थान के बाड़मेर में एक दुखद घटना से एक घर के दो चिराग हमेशा-हमेशा के लिए बुझा दिए। यानि माता-पिता के दो बेटों की एक साथ पानी की डिग्गी में डूबने से मौत हो गई।
बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले एक दर्दनाक खबर है, जहां एक ही घर के दो सगे भाई यानि मासूम बच्चे एक साथ पानी की टंकी में डूब गए। दोनों भाइयों की डूबने के कुछ देर बाद ही मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। वहीं बच्चों के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण पीड़ित परिवार के घर परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंच रहे हैं।
छोटे भाई को बचाने के चक्कर में बड़े भाई की भी मौत
दरअसल, यह दुखद घटना बाड़मेर जिल के पचपदरा इलाके के खट्टू गांव की है। जहां शनिवार के दिन बाबूलाल चौधरी के दो बेटे कृष्ण (12) और श्रवण (11) घर में बनी पानी की टंकी के पास खेल रहे थे। इसी दौरान छोटे बेटे श्रवण का पैर फिसल गया और वह टंकी में जा गिरा। छोटे भाई को गिरता देख बड़े भाई कृष्णा ने भी डिग्गी के अंदर उसे बचाने के लिए छलांग लगा दी। लेकिन डिग्गी में पानी ज्यादा होने की वजह से दोनों मासूम भाई डूब गए।
पूरे गांव में पसरा हुआ सन्नाटा
बता दें कि दोनों बच्चों की चीख सुनकर ग्रामीण और परिवार के लोग पहुंचे। लेकिन बच्चे डिग्गी में कहीं दिखाई नहीं दिए। इसके बाद गोताखोरो को बुलाया गया। करीब दो घंटे तक बच्चों को सर्च करने का ऑपरेशन चला। तब कहीं जाकर मासूमों के शव वरामद किए गए। बताया जा रहा है कि जब तक परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तब तक उनके दोनों बेटे दम तोड़ चुके थे। गांव का हर व्यक्ति इस घटना से शॉक्ड है। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मासूम बच्चों की जब एक साथ अर्थियां उठीं तो पूरा गांव रो पड़ा
मासूम बच्चों की जब एक साथ अर्थियां उठीं तो पूरा गांव रो पड़ा। बुजुर्ग से लेकर महिला और बच्चे तक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। हर कोई बेबस माता-पिता को सांत्वना देता रहा। बता दें कि जेठाराम के दो बेटे ही थे, उन्हें तीसरी कोई संतान नहीं थी। लेकिन इस हादसे ने जेठाराम का सबकुछ छीन लिया। वह बार-बार एक ही बात कह रहे हैं कि अब हम जीकर क्या करेंगे। है भगवान तूने हमारे दोनों बच्चों को क्यों छीन लिया।