
पटना। गलवान घाटी हिंसा में शहीद हुए जवान जय किशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह के साथ बिहार पुलिस ने मंगलवार को अपराधियों जैसा सलूक किया था। शहीद जवान के पिता को पुलिस उनके घर से घसीटते हुए ले गयी थी। जंदाहा थाने की पुलिस ने उन्हें गालियां दी और मारपीट कर जेल भेज दिया था। एशियानेट न्यूजेबल ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अब बिहार सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पूरे प्रकरण की जांच सीआईडी की विशेष टीम को सौंपी गई है।
सक्रिय हुआ डीजीपी मुख्यालय, दिए ये निर्देश
वैशाली जिले के जंदाहा थाने की पुलिस द्वारा शहीद पिता के साथ किए गए दुर्व्यवहार का मामला सुर्खियों में आने के बाद पुलिस मुख्यालय भी सक्रिय हुआ है। बुधवार को पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) के तहत वीकर सेक्शन की टीम इस पूरे प्रकरण की जांच करेगी। वीकर सेक्शन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) को टीम गठित कर जांच के लिए निर्देशित किया गया है। जांच दल घटना के सभी बिन्दुओं पर जांच कर अपनी आख्या देगा। यह भी कहा गया है कि यदि इस पूरे प्रकरण में कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सीआईडी की स्पेशल टीम पहुंची वैशाली
उधर डीजीपी मुख्यालय के सक्रिय होने के तुरंत बाद सीआईडी के वीकर सेक्शन के एडीजी की तरफ से तीन सदस्यीय स्पेशल टीम गठित कर दी गई। इस टीम की अगुवाई एएसपी मदन कुमार कर रहे हैं। स्पेशल टीम जांच के लिए वैशाली पहुंची है। अधिकारियों का कहना है कि विशेष टीम जल्द ही अपना जांच आख्या मुख्यालय को सौंपेगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी सीएम नीतीश कुमार से बात
उसके पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को फोन किया था। उनसे शहीद जवान के पिता के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए व्यवहार पर नाराजगी जताई थी। बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने भी राजनाथ सिंह को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा है कि उन्हें इस प्रकरण के बारे में कल ही पता चला। अधिकारियों से इस मामले को देखने के लिए कहा गया है, जांच चल रही है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, वैशाली जिले के जंदाहा थाने के चकफतह गांव में गलवान हिंसा में शहीद जवान जय किशोर सिंह का परिवार रहता है। 25 फरवरी की रात 11 बजे जंदाहा पुलिस उनके पिता को घसीटते और गालियां देते हुए थाने ले गई और जेल भेज दिया। पुलिस द्वारा 23 फरवरी को उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मामला उस जमीन का है, जिस पर शहीद का स्मारक बना है। खुद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शहीद की प्रतिमा स्मारक के लिए भेजी थी। प्रतिमा स्थापित होने के बाद ही विवाद बढता गया। स्मारक के सामने सड़क है। उनके पड़ोसी हरिनाथ की जमीन भी स्मारक के ही पास है। उनका आरोप है कि चोरी-छिपे स्मारक की बाउंड्री निर्मित कराई गई। उनकी शिकायत पर ही पुलिस ने शहीद के पिता के खिलाफ एक्शन लिया।
बिहार की राजनीति, सरकारी योजनाएं, रेलवे अपडेट्स, शिक्षा-रोजगार अवसर और सामाजिक मुद्दों की ताज़ा खबरें पाएं। पटना, गया, भागलपुर सहित हर जिले की रिपोर्ट्स के लिए Bihar News in Hindi सेक्शन देखें — तेज़ और सटीक खबरें Asianet News Hindi पर।