
पटना। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के खिलाफ पटना पुलिस ने सोमवार अहले सुबह कड़ी कार्रवाई की है। वह पटना के गांधी मैदान में BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर गांधी मैदान से हटा दिया।
पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से उठाया और एम्बुलेंस में सवार कर AIIMS ले गई। इस दौरान मौके पर मौजूद उनके समर्थकों ने खूब विरोध किया, लेकिन पुलिस अधिकारी भी पूरी तैयारी से आए थे। पुलिस के जवानों की अधिक संख्या और सख्ती के चलते उनकी एक न चली। प्रशांत किशोर के समर्थकों ने इस दौरान 'वंदे मातरम्' के नारे लगाए।
गांधी मैदान में विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं थी। इसके बाद भी प्रशांत किशोर अनशन पर बैठे थे। उनके साथ सैकड़ों समर्थक भी थे। इसके चलते जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर और उनके 150 समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह के अनुसार पटना हाईकोर्ट का आदेश है कि गांधी मैदान में किसी धरने की अनुमति नहीं है। धरना प्रदर्शन के लिए पहले से गर्दनीबाग में स्थान तय है।
प्रशांत किशोर दो जनवरी से अनशन पर थे। उनकी मांग थी कि बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को ली गई एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा रद्द की जाए। बीपीएससी ने 13 दिसंबर की परीक्षा में शामिल हुए कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था। यह परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के चलते विवादों में घिरी थी।
शनिवार को पटना में 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई। कुल 12,012 उम्मीदवारों में से करीब 8,111 उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए थे। हालांकि, परीक्षा में 5,943 छात्र दोबारा शामिल हुए। बीपीएससी ने कहा कि सभी केंद्रों पर पुनः परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली।
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