भिलाई पुलिस ने मार्च के पहले हफ्ते में ड्राइविंग में लापरवाही के आरोप में एक ट्रक पकड़ा। गाड़ी छोड़ने के एवज में एएसआई एनएल टांडेकर ने 15 हजार रुपये घूंस की डिमांड की। घूंस देने से इंकार पर एएसआई ने ट्रक छोड़ने से इंकार कर दिया।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक ASI ने ट्रक छोड़ने के एवज में वर्दी का रौब दिखाकर 15 हजार रुपये रिश्वत मांगे। घूंस के पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। मजे की बात यह है कि घूंस लेते वक्त उसका वीडियो कैमरे में कैद हो गया। जानकारी मिलने पर एसपी ने आरोपी ASI को सस्पेंड कर दिया। फिर खुद को कानूनी शिकंजे में फंसने से बचाने के लिए ASI ट्रक मालिक के घर पहुंचा और उनके पैरों पर गिरकर माफी मांगने लगा। उसका माफी मांगने का वाकया भी सीसीटीवी में कैद हो गया।
ट्रक छोड़ने के एवज में मांग रहा था 15 हजार रुपये
ट्रक मालिक सुखवंत सिंह का कहना है कि उनकी गाड़ी को भिलाई पुलिस ने मार्च के पहले हफ्ते में ड्राइविंग में लापरवाही के आरोप में पकड़ा था। कोर्ट में चालान वगैरह जमा करने की बात हुई थी। गाड़ी छोड़ने के एवज में डयूटी पर तैनात एएसआई एनएल टांडेकर ने उनसे 15 हजार रुपये घूंस के रूप में मांगे। उन्होंने घूंस देने से इंकार किया तो एएसआई ने ट्रक छोड़ने से इंकार कर दिया। फिर, ट्रक मालिक ने एएसआई को 3200 रुपये ऑनलाइन और क्यूआर कोड के जरिए दो हजार रुपये दिए थे। इस पूरे वाकये को उन्होंने कैमरे में कैद भी कर लिया था।
एसपी से शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
उन्होंने वीडियो के साथ पहले एसीबी से शिकायत की, पर उस पर कोई एक्शन नहीं हुआ तो उन्होंने एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से अपनी शिकायत दर्ज कराई। एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया और कार्रवाई के लिए कहा। मामले में आरोपी दारोगा ओर सहायक सब इंस्पेक्टर दोनों को निलम्बित कर दिया गया था। यह जानकारी जब सहायक सब इंस्पेक्टर टांडेकर को हुई तो उसके होश उड़ गए। वह ट्रक मालिक सुखवंत सिंह के घर पहुंचा और उनके पैरों पर गिरकर माफी मांगने लगा। संयोग यह था कि वह घर के पोर्च में ही ट्रक मालिक से माफी मांग रहा था। वहां सीसीटीवी कैमरा लगा था। उसमें यह पूरा वाकया कैद हो गया।