गुरु श्री तेगबहादुर जी 350वीं शहादत शताब्दी पर रायपुर में नगर कीर्तन, CM विष्णुदेव साय हुए शामिल

Published : Sep 21, 2025, 09:36 AM IST
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सार

गुरु श्री तेगबहादुर जी की 350वीं शहादत शताब्दी पर आयोजित नगर कीर्तन यात्रा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर के सेरीखेड़ी में शामिल हुए। उन्होंने गुरु तेगबहादुर जी और साहिबजादों की शहादत को नमन किया।

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के सेरीखेड़ी में आयोजित गुरु श्री तेगबहादुर सिंह जी की 350वीं शहादत शताब्दी के अवसर पर नगर कीर्तन यात्रा में शामिल हुए।

गुरु तेगबहादुर सिंह जी के बलिदान को किया नमन

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गुरु श्री तेगबहादुर सिंह जी ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य बताया कि प्रदेश की धरती पर इस ऐतिहासिक कीर्तन यात्रा का आगमन हुआ है।

मुख्यमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। उन्होंने पंच प्यारों का सम्मान किया और उन्हें पवित्र सिरोपा और कृपाण भेंट स्वरूप मिली।

10 हजार किलोमीटर की यात्रा के बाद छत्तीसगढ़ पहुँचा नगर कीर्तन

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह नगर कीर्तन गुरु तेगबहादुर जी की 350वीं शहादत शताब्दी पर असम के गुरुद्वारा धुबरी साहिब से प्रारंभ हुआ था। यह यात्रा देश के कई हिस्सों से होकर करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर तय करने के बाद छत्तीसगढ़ पहुँची है।

उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए यह एक ऐतिहासिक और पुण्य अवसर है कि उन्हें इस यात्रा का स्वागत और इसमें शामिल होने का अवसर मिला।

गुरु तेगबहादुर जी की शहादत अमर प्रतीक

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि गुरु तेगबहादुर जी ने मुगलों के सामने कभी हार नहीं मानी। धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने प्राणों की आहुति दी। आज भी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीशगंज साहिब उनकी शहादत का अमर प्रतीक है।

गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों की वीरता का उल्लेख

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों की शहादत भी अतुलनीय है। उन्होंने मुगलों के सामने झुकने के बजाय धर्म रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर किए।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साहिबजादों की वीरता को सम्मान देने के लिए हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस दिन को पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्यजन और सिख समाज की भागीदारी

इस अवसर पर विधायक सुनील सोनी, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, नि:शक्तजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लोकेश कांवड़िया, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वर्णिका शर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना, बलदेव सिंह भाटिया, गुरचरण होरा और गुरुद्वारा कमेटियों के प्रमुख सहित बड़ी संख्या में सिख धर्म अनुयायी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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