
रायपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। उनके खिलाफ महादेव बेटिंग एप सहित धोखाधड़ी, विश्वासघात, जालसाजी सहित अन्य मामलों में विभिन्न धाराओं में कई केस दर्ज हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
मुश्किल में आए पूर्व सीएम बघेल
महादेव बेटिंग एप मामले में एफआईआर दर्ज होते ही पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव से पहले दर्ज हुई इस एफआईआर का खामियाजा उन्हें चुनाव में भी भुगतना पड़ सकता है। हालांकि इस मामले में भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर ही सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति दावा कर रहा है कि महादेव एप का मालिक है। उसे ईडी मैनेजर बता रही है। ऐसे में महीनों से जांच कर रही ईडी को ये बात भी पता नहीं है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता सब समझ रही है। चुनाव में भाजपा और ईडी को करारा जवाब मिलेगा।
508 करोड़ रुपए लेने का आरोप
आपको बतादें कि ईडी ने दावा किया था। कि उन्होंने एक कैश कोरियर के एक स्टेंटमेंट को रिकॉर्ड किया है। जिसके अनुसार सीजी के सीएम भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित एप प्रमोटरों से 508 करोड़ रुपए लिए थे। बताया जा रहा है कि महादवे एप का मालिक अभी हिरासत में है। क्योंकि उसे मनी लॉन्ड्रिग केस में गिरफ्तार किया था।
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आनलाइन सट्टेबाजी का एप है महादेव एप
दरअसल महादेव बेटिंग एप आनलाइन सट्टेबाजी का एप है। जिसे यूजर विभिन्न प्रकार के गेम्स पर सट्टेबाजी करते हुए खेलते हैं। बताया जाता है कि इस ऐप पर खेलने से वित्तीय जोखिम बहुत अधिक रहती है। इस एप का जाल छत्तीसगढ़ में तेजी से फैला। इस एप के माध्यम से पहले तो लोगों को थोड़ा फायदा होता था। लेकिन बाद में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता था।
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