मंगलू यादव (70 वर्षीय) ने खेत की जमीन बेची और उसके एवज में मिले 26 लाख रुपये अपने पास रख लिए। परिवार में किसी को फूटी कौड़ी नहीं मिली। यह बात उनके बेटों पुरुषोत्तम यादव (26 वर्षीय) और भाई जगदीश यादव (35 वर्षीय) को अखरी।
महासमुंद। मंगलू यादव (70 वर्षीय) ने खेत की जमीन बेची और उसके एवज में मिले 26 लाख रुपये अपने पास रख लिए। परिवार में किसी को फूटी कौड़ी नहीं मिली। यह बात उनके बेटों पुरुषोत्तम यादव (26 वर्षीय) और भाई जगदीश यादव (35 वर्षीय) को अखरी। इसको लेकर परिवार में वाद-विवाद चल रहा था। विवाद इतना बढ़ा कि बेटों ने लाठी डंडों से पीटने के बाद पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी और थाने पर पिता के आत्महत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच गए। शव के पोस्टमार्टम में सच सामने आ गया। पुलिस ने हत्यारे बेटों को अरेस्ट कर लिया है।
हत्या के बाद थाने पहुंच गए सुसाइड की रिपोर्ट दर्ज कराने
बेटों द्वारा पिता की हत्या का यह मामला पिथौरा थाना क्षेत्र के कौड़िया पारा का है। मंगलू यादव की हत्या के बाद उनके बेटे पुरुषोत्तम यादव ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरु की। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। पंचनामे में शव के सिर के अलावा नाक, गला, कान और कई जगहों पर चोट के निशान मिले। पड़ोसियों से भी पूछताछ की गई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया। चंद घंटे में पीएम रिपोर्ट आ गई और हत्यारे बेटों की पोल खुल गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच आ गया सामने
पीएम रिपोर्ट में सामने आया कि मृतक की हत्या गला दबाकर की गई है। पुलिस को संदेह हुआ तो उसने मृतक के दोनों बेटों पुरुषोत्तम यादव और जगदीश यादव के साथ कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया। आरोपियों ने बताया कि उनके पिता ने कुछ दिन पहले पहले 2 एकड़ खेत बेचा था। उसके एवज में उन्हें 26 लाख रुपये मिले थे। पर उन्होंने इन लोगों को उसमें से कुछ भी नहीं दिया। इसको लेकर घर में विवाद था। पिता ने मॉं की भी पिटाई की थी और बेटे की पत्नी से भी अभद्रता की थी। जिसके बाद बेटों का गुस्सा बढ़ गया और उन्होंने लाठी डंडो से अपने पिता को पीटा। जब वह बेहोश हो गए तो प्लास्टिक की रस्सी से उनका गला घोंट कर हत्या कर दी। बहरहाल, पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी बेटों को अरेस्ट कर लिया है। मृतक के शव का अंतिम संस्कार अन्य रिश्तेदारों ने किया।