1. रोजाना वॉक करें (4-5 KM) इससे शरीर धीरे-धीरे ट्रेकिंग के लिए तैयार होगा।
2. प्राणायाम, डीप ब्रीदिंग और बेसिक योगाभ्यास शुरू करें। ये व्यायाम फेफड़ों की क्षमता को बेहतर बनाते हैं और ऊंचाई पर सांस की तकलीफ से बचाते हैं।
3. खूब पानी पिएं मतलब दिन भर में 4 से 5 लीटर तक तरल पदार्थ लें ताकि शरीर हाइड्रेट रहे। इससे थकान, सिरदर्द और AMS (Acute Mountain Sickness) से बचाव होता है।
4. ऊर्जा बनाए रखने के लिए ऐसा भोजन करें जिसमें कार्बोहाइड्रेट भरपूर हो। इससे शरीर में शुगर का स्तर संतुलित रहता है और आप ज्यादा थकान महसूस नहीं करते।
5. ऊंचाई की बीमारी के लक्षण दिखें तो नीचे लौटें। अगर चक्कर, उल्टी, सिरदर्द या सांस फूलने जैसी समस्या हो, तो बिना देर किए वापस जाने का फैसला लें।
6. यात्रा मार्ग में हर 2 किलोमीटर पर मेडिकल हेल्प पॉइंट होता है। किसी भी शारीरिक परेशानी में तुरंत वहाँ सहायता लें।