
West Bengal Campus MBBS Student Assault: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक एमबीबीएस की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना ने राज्य को झकझोर दिया है। 23 वर्षीय छात्रा शुक्रवार रात अपनी सहपाठी के साथ खाना खाने गई थी, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उसे घेरकर सुनसान जगह पर ले जाकर दरिंदगी की। पीड़िता के माता-पिता, जो ओडिशा के बालासोर जिले से हैं, ने सहपाठी और उसके साथियों पर शक जताया है। पुलिस ने सहपाठी छात्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि कॉलेज में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
एमबीबीएस की छात्रा अपनी सहपाठी के साथ रात के खाने के बाद लौट रही थी। रास्ते में चार-पांच अज्ञात लोगों ने उन्हें घेर लिया। आरोप है कि उन्होंने फोन और पैसे छीनने के बाद लड़की को जबरन सुनसान जगह ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि घटना के बाद सहपाठी ने ही घर फोन कर जानकारी दी, लेकिन उनके अनुसार कहानी संदिग्ध थी। उन्हें लगता है कि सहपाठी और उसके साथी भी साजिश में शामिल हो सकते हैं। ओडिशा के बालासोर निवासी पीड़िता के माता-पिता ने आरोप लगाया कि सहपाठी और उसके साथी इसमें शामिल थे, जिसके बाद पुलिस ने सहपाठी को हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा कि घटना के समय वही साथ थी, फिर भी उसे बचाने की कोशिश क्यों नहीं की गई? इसी शक के आधार पर पुलिस ने सहपाठी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वहीं, कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि घटना कैंपस के बाहर हुई है, लेकिन जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।
दुर्गापुर की यह घटना बंगाल में लगातार बढ़ते कैंपस क्राइम पर सवाल खड़ा कर रही है। छात्र संगठन और आम लोग अब कॉलेज प्रशासन और सरकार से पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने शनिवार से ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलती, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
इस दर्दनाक घटना के बाद बंगाल की राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर लिखा, “ममता बनर्जी ने बंगाल को बलात्कारियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बना दिया है।” वहीं भाजपा आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि, “यह घटना दिखाती है कि राज्य में महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं। 2026 में जनता इस सरकार को जवाब देगी।”
अब सबसे बड़ा सवाल यही है-क्या सहपाठी वास्तव में इस वारदात में शामिल थी या वह खुद भी किसी चाल में फंस गई? पुलिस की जांच इस केस की सच्चाई खोलेगी, लेकिन इस बीच दुर्गापुर की यह घटना एक बार फिर दिखा रही है कि बंगाल में महिला सुरक्षा अब एक गंभीर सवाल बन चुकी है।