कर्नाटक के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। हाल ही में कर्नाटक राज्य विद्युत नियामक आयोग (KERC)ने बिजली दरों में महत्वपूर्ण कटौती की घोषणा की है।
कर्नाटक की बिजली। कर्नाटक के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। हाल ही में कर्नाटक राज्य विद्युत नियामक आयोग (KERC)ने बिजली दरों में महत्वपूर्ण कटौती की घोषणा की है। ये कटौती बीते 15 सालों में पहली बार की जा रही है। कर्नाटक सरकार की तरफ से ग्राहकों पर बोझ कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 1 अप्रैल को तत्काल प्रभाव से संशोधित दरें पेश की गई हैं।
बीते सिस्टम के मुकाबले इस बार कर्नाटक के उपभोक्ताओं को अब बिजली दरों में उल्लेखनीय कमी देखने को मिलेगी। पहले उपभोक्ताओं को उनके उपयोग के आधार पर दरों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता था।हालांकि, नए आदेश के तहत, उपभोग की गई इकाइयों की परवाह किए बिना, 5.90 प्रति यूनिट के हिसाब से तय की गई है।
कर्नाटक में सरकार की तरफ से नई दरें लागू करने के बाद बिजली के दाम अलग-अलग खपत पर निर्भर करेगी। नए आदेश के तहत 100 यूनिट से अधिक खपत वाले परिवारों के लिए दर घटाकर रु. 5.90 प्रति यूनिट कर दी गई है, जो पहले 7.00 प्रति यूनिट हुआ करती थी। इसी तरह 100 यूनिट से कम खपत करने वालों के लिए दर में 5.90 प्रति यूनिट के मुकाबले 4.75 कर दी गई है।
बहरहाल ये ध्यान देना जरूरी है कि नए दायरे में आने वाले 97 प्रतिशत उपभोक्ता पहले से ही गृह ज्योति योजना में नामांकित हैं, जो उन्हें मूल्य समायोजन के प्रभाव से प्रभावी रूप से बचाता है।
कर्नाटक में कॉर्मशियल यूजर को भी फायदा
कर्नाटक में कॉर्मशियल यूजर को भी संशोधित दरों से लाभ होने वाला है। जैसा की अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों जैसे एलटी-कनेक्टेड प्रतिष्ठानों में टैरिफ में कमी देखी गई है। पहले ऐसे संस्थाएं प्रति यूनिट 8.50 के हिसाब से भुगतान करती थी, जो अब 7.25 प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करेगी। इसके अलावा वाणिज्यिक कनेक्शनों में मांग-आधारित चार्जिंग के लिए जटिल स्लैब प्रणाली को समाप्त कर दिया गया है, जिससे टैरिफ संरचना सरल हो गई है। इसकी वजह से कॉर्मशियल यूजर पर आर्थिक भार कम हो गया है।
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