मोदी सरकार 2.0 के 9 साल: 9 अंक को बड़ा भाग्यशाली क्यों मानते हैं, पढ़िए ऐसे ही 9 इंटरेस्टिंग फैक्ट्स

26 मई, 2023 मोदी सरकार के लिए बहुत खास है। इस दिन मोदी सरकार 2.0 को 9 साल पूरे हुए हैं। अगर संक्षेप में कहानी बताएं तो 9 साल पहले 16 मई, 2014 को लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद भाजपा ने इतिहास रच दिया था।

नई दिल्ली. 26 मई, 2023 मोदी सरकार के लिए बहुत खास है। इस दिन मोदी सरकार 2.0 को 9 साल पूर हुए हैं। अगर संक्षेप में कहानी बताएं तो 9 साल पहले मई, 2014 को लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद भाजपा ने इतिहास रच दिया था। भारतीय राजनीति के इतिहास में यह पहली बार हुआ था, जब देश में कोई गैर कांग्रेसी सरकार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी। भाजपा को 282 सीटें मिली थीं। वहीं, सहयोगी दल NDA के सांसदों को मिलाकर यह संख्या 330 पार कर गई थी। फिर 2019 के इलेक्शन में भी मोदी मैजिक चला और 23 मई, 2019 को घोषित रिजल्ट में भाजपा को 303 सीटें मिलीं। आइए जानते हैं 9 इंटरेस्टिंग फैक्ट्स…

1. बात शुरू करते हैं कोरोनाकाल-2022 की। मोदी ने 5 अप्रैल की रात 9 बजकर 9 मिनट पर देशवासियों को संबोधित करते हुए देश में 21 दिन के लॉकाडाउन की घोषणा की थी। इससे पहले मोदी रात 8 बजे ही देश को संबोधित करते आए थे, लेकिन इस बार उन्होंने 9 का अंक चुना था। ( तस्वीर 2022 की है। नोएडा में मैडम तुसाद वैक्स संग्रहालय के प्रेस पूर्वावलोकन के दौरान भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का वैक्सवर्क देखा गया था)

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2. दरअसल, मोदी 9 के अंक को काफी अहमियत देते हैं। वे नवरात्रि में 9 दिनों का व्रत रखते हैं। लाकडाउन की घोषणा करते हुए मोदी ने एक वाक्य बोला था-9 बजे 9 मिनट महाशक्ति का जागरण करना है।

3. कोरोना लॉकडाउन से पहले मोदी रात 8 बजे ही संबोधित करते रहे। नोटबंदी-8 नवंबर, 2016 का मामला हो या जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के लिए 8 अगस्त, 2019 का दिन...मोदी रात 8 बजे ही संबोधित करते थे। आगे जानते हैं कुछ और दिलचस्प बातें...

4. 17 सितंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र दामोदरदास मोदी 2014 में पद संभालने के बाद से भारत के 14 वें प्रधान मंत्री हैं। मोदी के पिता लोकल रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान चलाते थे। मोदी बचपन में उनकी मदद किया करता था। इसलिए लोग उन्हें 'चायवाला' कहते हैं। मोदी ने यह साबित किया कि इच्छाशक्ति से इंसान किसी भी मुकाम तक पहुंच सकता है।

5. मोदी ने स्कूल के समय खूब प्ले किए। जब वो 14 साल के थे, तब उन्होंने एक प्ले के जरिये अपने घर की मरम्मत करने कुछ पैस भी कमाए थे। मोदी जब 8 वर्ष के थे, तब RSS से जुड़ गए थे। आरएएस की शाखा में भाग लेने के दौरान ही उनकी मुलाकात लक्ष्मणराव इनामदार से हुई। ये मोदी के पहले राजनीतिक गुरु कह सकते हैं। इनामदार ने ही मोदी को संघ में एक जूनियर कैडेट के रूप में शामिल किया था। यह बात 1985 की है, जब मोदी आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक या प्रचारक बन गए थे।

6. मोदी से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि 2001 में जब नरेंद्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, उस समय वो राज्य विधान सभा के सदस्य नहीं थे।

7.यह भी एक बड़ा संयोग है कि मोदी ऐसे पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो देश की आजादी के बाद जन्मे। इसके अलावा वो ऐसे पीएम भी हैं, जिन्होंने इंदिरा गांधी के बाद लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए पूर्ण बहुमत हासिल करके सरकार बनाई।

8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अटलबिहारी वाजपेयी की ही तरह कविताएं लिखने का बड़ा शौक है। वे फोटोग्राफी में भी इंटरेस्ट रखते हैं। मोदी अपनी मातृभाषा गुजराती में कविताएं लिखते हैं। उन्होंने कुछ किताबें भी लिखी हैं।

9. रिकॉर्ड बताते हैं कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने 13 साल में एक दिन की छुट्टी नहीं ली। यही नहीं, वे अपने निजी स्टाफ में भी मात्र तीन लोग रखते थे।

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