गुजरात में वापी जिले के बीजेपी नेता शैलेष पटेल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात उस वक्त घटी जब वो अपनी पत्नी के साथ मंदिर गए थे। इसी दौरान बाइक से आए तीन बदमाशों ने उन पर गोलिया बरसा दीं।
वापी. गुजरात वलसाल जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां एक बीजेपी नेता को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि इस वारदात को आरोपियों ने उस वक्त अंजाम दिया जब जिले के बीजेपी उपाध्यक्ष शैलेष पटेल अपनी पत्नी के साथ पास में मौजूद शिव मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे थे। वह घर आने के लिए कार में बैठे थे, तभी तीन बदमाशों ने उनपर गोलिया बरसा दीं।
बाइक पर आए थे तीन आरोपी…बीजेपी नेता को देखते ही भून डाला
दरअसल, यह घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है, जहां एक बाइक पर सवार होकर आए तीन आरोपियों ने बीजेपी नेता को देखते ही उनपर गोलिया बरसाना शुरू कर दिया। जिसमें से तीन गोलियां शैलेश पटेल को लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मर्डर की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची। शव को बरादम कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद वलसाल जिले की पुलिस हत्या करने वाले आरोपियों को पकड़ने की तलाश शुरू कर दी है।
कार की खिड़की से बीजेपी नेता को मारी 4 गोलियां
पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया है कि हत्या की वजह पुरानी रंजिश हो सकती है। जिसके चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि शैलेश पटेल को उस वक्त गोली मारी गई जब उनका परिवार साथ था। शैलष मंदिर में दर्शन करने के बाद वह घर आने के लिए जैसे ही कार में बैठे तो साइड से एक बदमाश ने कार की खिड़की से उन पर फायरिंग कर दी। इस दौरान उन पर चार फायर किए गए, जिसमें से तीन गोलियां उनको लगीं।
बीजेपी नेता की खून से सनी लाश देखकर चीख उठी पत्नी
बता दें कि बीजेपी नेता शैलेष पटेल रोजाना परिवार के साथ शिव मंदिर जाते थे। सोमवार सुबह भी वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मंदिर पहुंचे थे। वह दर्शन करने के बाद कार की सीट पर आकर बैठ गए और पत्नी के लौटने का इंतजार करते रहे। लेकिन इसी बीच एक बाइक सामने आई और कार के पास रुकी। जिस पर तीन हत्यार सवार थे, वह कार के पास पहुंचे और बदमाशों ने आज सुबह करीब 7.15 बजे उन्हें गोली मार दी गई। कुछ देर बाद जब पत्नी मंदिर से लौटी तो कार से खून टपक रहा था। पास जाकर देखा तो शैलेष खून से लथपथ था। यह मंजर देख वो चीख उठीं और वहीं बेहोश हो गईं। चीखने की आवाज सुनकर मंदिर में मौजूद लोग वहां पहुंचे और आनन-फानन में शैलेष को अस्पताल पहुंचाया। लेकिन वह नहीं बस सके।