झारखंड में 1 करोड़ के नक्सली को पकड़ने की थी प्लानिंग, तभी IED ब्लास्ट की चपेट में आए 3 जवान

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। शहर के टोंटो थाना क्षेत्र के जंबाईबुरु और तुम्बाहासा जंगल क्षेत्र में सुरक्षा बलों के द्वारा 1 करोड़ के इनामी सीपीआई नेता की सर्चिंग के दौरान IED की चपेट में आने से तीन जवान घायल हो गए।

Contributor Asianet | Published : Feb 2, 2023 12:03 PM IST / Updated: Feb 02 2023, 05:36 PM IST

पश्चिमी सिंहभूम (west singhbhum). झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां माओवादियों के द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से तीन जवान घायल हो गए है। घटना के समय सुरक्षाबलों की टीम जंगल में नक्सलियों की तलाश कर रही थी। जवानों के घायल होने की घटना टोंटो थाना क्षेत्र के जंबाईबुरु और तुम्बाहासा जंगलों में हुई है। फिलहाल घायलों के इलाज के लिए रांची भेजा गया है, उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

इनामी नक्सली के जंगलों में छिपे होने की मिली जानकारी

मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इन्फॉर्मर से सीक्रेट जानकारी मिली की सीपीआई (बैन माओवादी संगठन) का 1 करोड़ का इनामी नेता मिसिर बेसरा और उसके साथी अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन कोल्‍हान क्षेत्र के मेरालगाड़ा और हाथीबुरु गांव के बीच के जंगलों में छिपे है साथ ही किसी बड़ी घटना की प्लानिंग में थे। सूचना मिलते ही CRPF, झारखंड जगुआर टीम और स्टेट आर्म्ड पुलिस बल की टीम ने जंगलों को घेरकर पकड़ने की प्लानिंग की।

IED की चपेट में आए तीन जवान हुए घायल

इसके बाद इलाका घेरकर जैसे ही उनको पकड़ने के लिए आगे बढ़े तभी सीआरपीएफ के बटालियन 60 के जवान माओवादियों द्वारा अपनी सुरक्षा के लिए बिछाए गए आईईडी की चपेट में आ गए और ब्लास्ट होने के चलते 3 जवान घायल हो गए। इन घायलों की पहचान राकेश पाठक, बी डी अनल और पंकज यादव के रूप में हुई है। घायल होने के बाद प्राथमिक ट्रीटमेंट देकर उनको बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट की सहायता से रांची के मेडिका हॉस्पिटल पहुंचाया गया है। जहां इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

नक्सली प्रभावित है इलाका, होती रहती है घटनाएं

दरअसल पश्चिमी सिंहभूम का यह इलाका नक्सल प्रभावित है। इसके चलते यह नक्सलियों के छुपने की सबसे सुरक्षित जगह भी है। वहीं नक्सलियों के सफाए के लिए सीआरपीएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चलाती रहती है। जिसके चलते वह माओवादियों की अपनी सुरक्षा के लिए बिछाए गए आईईडी की चपेट में आ जाते है। इस तरह की ब्लास्ट का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी पिछले महीने इसी इलाके में हुए घटना में 5 जवान घायल हो गए थे। आज भी एक माओवादियों के द्वारा बिछाए आईईडी की चपेट में 3 जवान आ गए।

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