
Katni MP Mining Conclave 2.0: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में 23 अगस्त (शनिवार) को कटनी मे 'मध्यप्रदेश माइनिंग कॉनक्लेव 2.0' का आयोजन किया गया। कॉनक्लेव का मुख्य फोकस क्षेत्र कोयला एवं ऊर्जा, ऊर्जा एवं हाइड्रोकार्बन, प्रौद्योगिकीय प्रगति, महत्वपूर्ण खनिज (क्रिटिकल मिनरल्स) और चूना पत्थर एवं सीमेंट पर रहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव समिट में शामिल होने वाले विषय-विशेषज्ञों और निवेशकों के साथ वन-टू-वन चर्चा भी की। कॉन्क्लेव में लगभग 2 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिनमें देश के अलग-अलग राज्यों के निवेशक और उद्योगपति शामिल रहे। कॉन्क्लेव में मिनरल एवं माईनिंग से संबंधित विभिन्न सत्रों के दौरान चर्चा हुई।
प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि* भारत माता के गर्भ से निकले खनिज पूरी दुनिया में बेचे जाते हैं। उद्योगपतियों के माध्यम से धरती मां एक तरह से व्यवस्था का संचालन कर रही है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि आधारित प्रदेश की छवि को बदलकर औद्योगिक विकास को गति प्रदान की है। पहले हम उद्योग की बात करते थे तो गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु का नाम मन में आता था। प्रदेश में निरंतर उद्योग केंद्रित आयोजन कर राज्य सरकार ने अभूतपूर्व निवेश प्राप्त किया है। नए उद्यमियों के लिए सरकार ने कई प्रकार की सहायता देने की योजना बनाई है। आप लोग आगे आएं और दूसरों को रोजगार देते हुए करोड़पति लखपति बनें।
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वहीं, इन सबके बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अन्य राज्यों के उघोगपतियों से भी वर्चुअल बातचीत की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्री राजीव मुंद्रा (कोलकाता), श्री जेपी अग्रवाल (श्रीलंका से), श्री विवेक भाटिया (दिल्ली), श्री वी साईंराम (कोचीन), श्री थॉमस चेरियन (हैदराबाद) से उनकी निवेश योजनाओं एवं अनुभव को लेकर वर्चुअल संवाद किया। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार मानते हुए कहा कि हम एक से डेढ़ साल में प्रदेश में ईकाई स्थापित कर पा रहे हैं। यह अन्य किसी राज्य में संभव नहीं है। श्री विवेक भाटिया ने कहा कि भारत में मध्य प्रदेश को बिल्कुल अलग तरह से देखा जा रहा है।
सीआईआई से जुड़ी 100 से अधिक माइनिंग कंपनियां मध्यप्रदेश के खनन क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं देख रही हैं। बीना रिफाइनरीज सहित अन्य स्थानों पर विभिन्न गतिविधियां संचालित हैं। कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां प्रदेश में निवेश बढ़ाना चाहती हैं। श्री वी साईंराम ने कहा कि हमारी कंपनी कोल इंडिया का 18 प्रतिशत कोल प्रोडक्शन कर रही है। सिंगरौली कोल प्रोडक्शन का बड़ा केंद्र है। केंद्र और राज्य सरकार की उद्योग केंद्रित नीतियों के बल पर हमें केवल 55 दिनों फॉरेस्ट क्लियरेंस मिला है। श्री थॉमस चेरियन ने कहा कि क्रिटिकल मिनरल्स देश के लिए महत्वपूर्ण है और मध्य प्रदेश में यह प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। आदित्य बिरला ग्रुप सरकार के साथ कार्य करने के लिए तैयार है।
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माइनवेयर एडवायजर के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री कौशिक बोस ने अपनी बात रखते हुए कहा, कोलकाता बेस्ड हमारी कंपनी के पास शहडोल जिले के दो कोल ब्लॉक हैं। हमारी कंपनी मैकेनाइज्ड माइनिंग करती है,इससे पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, साथ ही स्थानीय निवासियों को भी कोई परेशानी नहीं होती है। कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश में ₹450 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।" इसके अलावा रमणीक पावर के एमडी श्री हर्ष त्रिवेदी ने कहा,'विजनरी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश आज अवसरों की भूमि बन चुका है, जहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण और उद्योग स्थापना हेतु सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।'
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