
MP Monsoon Max Alert: बादलों ने मध्य प्रदेश के विंध्य और ग्वालियर‑चंबल अंचल में ऐसा घेरा डाला कि मौसम विभाग को ‘एक्शन मोड’ पर जाना पड़ा। अलगे 48 घंटों में अनुमानित 200 मिमी तक पानी गिर सकता है, और यही वजह है कि राज्य के 11 जिलों को रेड वार्निंग श्रेणी में रखा गया है।
पिछले 24 घंटों से लगातार बरसात ने रीवा, सतना, पन्ना, राजगढ़, विदिशा, सागर, दमोह, निवाड़ी, छतरपुर, ग्वालियर और मऊगंज समेत 11 जिलों को रेड अलर्ट की कतार में खड़ा कर दिया है। विंध्य‑पठार से गुजरती मानसूनी ट्रफ और नमी बढ़ाने वाले पश्चिमी विक्षोभ ने मिलकर आसमान को मानो खुला नल बना दिया हो। कई कस्बों में 150 मिमी से ज़्यादा वर्षा रिकॉर्ड हुई, जिससे नदी‑नालों का स्वभाव अचानक उग्र हो गया।
बाणसागर, बरगी, गांधीसागर, तवा से लेकर मोहनपुरा तक—तेज़ी से भर रहे हैं। बड़ा तालाब (भोपाल) में जलस्तर सिर्फ साढ़े 6 फीट दूर है ओवरफ्लो बिंदु से; भदभदा के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं। निचले इलाकों के रहवासियों को सामान ऊँचे स्थान पर शिफ्ट करने की सलाह दी गई है।
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